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पिनाका बनेगा भारतीय सेना का सबसे अचूक अस्त्र, गनर्स डे पर विशेष
पिनाका बनेगा भारतीय सेना का सबसे अचूक अस्त्र, गनर्स डे पर विशेष
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भारतीय सेना अपने तोपखाने के एक स्वदेशी अस्त्र को भविष्य का सबसे विश्वसनीय अस्त्र बनाने की तैयारी कर रही है। स्वदेशी पिनाका की रेंज को मौजूदा रेंज से चार गुना तक बढ़ाने पर काम चल रहा है।
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भारतीय सेना में तोपखाना महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अदोष कुमार ने बताया कि पिनाका की रेंज को बढ़ाने और उसकी मारक क्षमता में बढ़ोत्तरी पर काम किया जा रहा है।पिनाका से विशेष एरिया डिनायल म्यूनिशन यानी ADM दागने पर विशेष काम किया जा रहा है। ADM रॉकेट के फ़ायर होने से एक बड़े क्षेत्र में बारूदी सुरंगें फैल जाएंगी और एक बड़े क्षेत्र में दुश्मन को आगे बढ़ने से रोका जा सकेगा। अभी तक यह काम सेना के इंजीनियरिंग दस्तों को करना होता है जिसमें खतरा भी होता है और समय भी लगता है। पिनाका भारतीय सेना में लगभग तीन दशक से है। हर लांचर में 122 मिमी कैलिबर के 12 रॉकेट होते हैं। ये सभी रॉकेट केवल 44 सेकंड में दागे जा सकते हैं। इस समय भारतीय सेना के तोपखाने में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लांचर की 4 रेजीमेंट है जबकि 6 और रेजीमेंट्स को सरकार की स्वीकृति मिल चुकी है। पिनाका की रेजीमेंट्स की संख्या अगले 6 वर्षों में 22 करने की तैयारी है।इसकी रेंज बढ़ाने के साथ-साथ इसके कैलिबर को बढ़ाकर 122 से 214 किया गया है। पिनाका की रेजीमेंट की एक बैटरी यानी 6 पिनाका लांचर 1000 मीटर गुणा 1000 मीटर के क्षेत्र को केवल 44 सेकंड में पूरी तरह से तबाह कर सकते हैं।
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पिनाका बनेगा भारतीय सेना का सबसे अचूक अस्त्र, गनर्स डे पर विशेष
11:24 28.09.2024 (अपडेटेड: 13:41 28.09.2024) भारतीय सेना अपने तोपखाने के एक स्वदेशी अस्त्र को भविष्य का सबसे विश्वसनीय अस्त्र बनाने की तैयारी कर रही है। स्वदेशी पिनाका की रेंज को मौजूदा रेंज से चार गुना तक बढ़ाने पर काम चल रहा है।
भारतीय सेना में तोपखाना महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अदोष कुमार ने बताया कि पिनाका की रेंज को बढ़ाने और उसकी मारक क्षमता में बढ़ोत्तरी पर काम किया जा रहा है।
पिनाका से विशेष एरिया डिनायल म्यूनिशन यानी ADM दागने पर विशेष काम किया जा रहा है। ADM रॉकेट के फ़ायर होने से एक बड़े क्षेत्र में बारूदी सुरंगें फैल जाएंगी और एक बड़े क्षेत्र में दुश्मन को आगे बढ़ने से रोका जा सकेगा। अभी तक यह काम सेना के इंजीनियरिंग दस्तों को करना होता है जिसमें खतरा भी होता है और समय भी लगता है।
जनरल कुमार ने कहा, "हम पिनाका की रेंज को चार गुना तक बढ़ा देंगे और इसे दुनिया के सबसे अच्छे रॉकेट लांचर की श्रेणी में ला देंगे। हम इससे एरिया डिनायल म्यूनिशन यानी ADM फ़ायर करने की तैयारी में हैं। इस काम की प्रगति संतोषजनक है और यह एक ज़बरदस्त हथियार बन जाएगा।"
पिनाका भारतीय सेना में लगभग तीन दशक से है। हर लांचर में 122 मिमी कैलिबर के 12 रॉकेट होते हैं। ये सभी रॉकेट केवल 44 सेकंड में दागे जा सकते हैं।
पिनाका की शुरुआती रेंज 37.5 किमी की थी जिसे बढ़ाकर 75 किमी तक किया जा चुका है। 90 किमी की रेंज वाले पिनाका रॉकेट के अंतिम परीक्षण चल रहे हैं जबकि 120 और 300 किमी की रेंज वाले रॉकेट्स पर काम चल रहा है। पिनाका को एक हाई-मोबालिटी ट्रक पर लगाया जाता है जिससे उसे तेज़ी से कहीं भी ले जाया जा सकता है।
इस समय भारतीय सेना के तोपखाने में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लांचर की 4 रेजीमेंट है जबकि 6 और रेजीमेंट्स को सरकार की स्वीकृति मिल चुकी है। पिनाका की रेजीमेंट्स की संख्या अगले 6 वर्षों में 22 करने की तैयारी है।
इसकी रेंज बढ़ाने के साथ-साथ इसके कैलिबर को बढ़ाकर 122 से 214 किया गया है। पिनाका की रेजीमेंट की एक बैटरी यानी 6 पिनाका लांचर 1000 मीटर गुणा 1000 मीटर के क्षेत्र को केवल 44 सेकंड में पूरी तरह से तबाह कर सकते हैं।