भारत ब्रिक्स ‘भागीदारों’ के रूप में नए देशों का स्वागत करने के लिए तैयार: मोदी
17:33 23.10.2024 (अपडेटेड: 19:30 23.10.2024)
© Sputnik / Alexander KazakovOctober 23, 2024. Prime Minister of India Narendra Modi at the meeting of heads of delegations from BRICS countries in an expanded format during the XVI BRICS Summit in Kazan.
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रूस के शहर कज़ान में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आज दूसरा दिन है, जो 2024 में रूस की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है।
16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के सीमित पूर्ण सत्र में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत नए ब्रिक्स देशों का नए सदस्यों के रूप में स्वागत करने के लिए तैयार है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस संदर्भ में ब्रिक्स के संस्थापक सदस्य के रूप में, भारत अपने दायित्वों का हमेशा निर्वाहन करता रहेगा। उन्होंने ब्रिक्स संगठन के बारे में बात करते हुए कहा कि विभिन्न प्रकार के विचारों और विचारधाराओं के संगम से बना यह समूह, आज विश्व को सकारात्मक सहयोग की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, "भारत नए देशों का ब्रिक्स के नए साझेदार रूप में स्वागत करने के लिए तैयार है। इस संबंध में सभी निर्णय सर्वसम्मति से होने चाहिए और ब्रिक्स के संस्थापक सदस्य के विचारों का सम्मान करना चाहिए।"
👇Summary of 🇮🇳PM Modi's speech at BRICS today:
— Sputnik India (@Sputnik_India) October 23, 2024
▪️ BRICS is an economy exceeding $30 trillion
▪️Focus should be on green growth
▪️BRICS economic cooperation built on local currency trade, smooth cross-border payments
▪️UPI is India's biggest success, India willing to extend… pic.twitter.com/yofTGEvFSy
उन्होंने आगे कहा कि तकनीक के युग में, साइबर सुरक्षा, डीप फेक, दुष्प्रचार जैसी नई चुनौतियाँ सामने आई हैं। ऐसे में, ब्रिक्स को लेकर बहुत अपेक्षाएं हैं।
भारतीय प्रधानमंत्री ने बताया, "एक अलग एवं समावेशी प्लेटफॉर्म के रूप में, ब्रिक्स सभी विषयों पर सकारात्मक भूमिका अदा कर सकता है। इस संदर्भ में हमारा दृष्टिकोण लोगों पर केन्द्रित रहना चाहिए। हमें विश्व को यह संदेश देना चाहिए कि ब्रिक्स विभाजनकारी नहीं, जनहितकारी समूह है।"
उन्होंने अपने संबोधन में आतंकवाद जैसे मुद्दों को उठाते हुए आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर "व्यापक सम्मेलन के लंबित मुद्दे पर" हमें मिलकर काम करना होगा।
मोदी ने बताया, "आतंकवाद और उसके वित्तपोषण से निपटने के लिए हम सभी को एक मत हो कर दृढ़ता से सहयोग देना होगा। ऐसे गंभीर विषय पर दोहरे मापदंड के लिए कोई स्थान नहीं है। हमारे देशों के युवाओं में कट्टरता को रोकने के लिए हमें सक्रिय रूप से कदम उठाने चाहिए।"
पीएम मोदी ने खुशी जताते हुए कहा कि ब्रिक्स के तहत देश मजबूत हो रहे हैं। पिछले साल अफ्रीका के देशों को ब्रिक्स से जोड़ा गया था। इस वर्ष भी रूस द्वारा कई वैश्विक दक्षिण देशों को आमंत्रित किया गया है।