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रक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा: भारतीय-रूसी सहयोग एक नए स्तर पर पहुंचा
रक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा: भारतीय-रूसी सहयोग एक नए स्तर पर पहुंचा
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भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 8 दिसंबर से शुरू हो रही रूस यात्रा के दौरान 10 दिसंबर को मास्को में दोनो देशों के मध्य सैनिक और तकनीकी सहयोग को मज़बूत करने की... 27.11.2024, Sputnik भारत
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अगले वर्ष दोनों देशों के मध्य सैनिक सहयोग की रणनीति तैयार करने को लेकर यह बैठक महत्वपूर्ण होगी। बैठक में भविष्य में दोनों देशों के मध्य होने वाले रक्षा उपकरणों के साझा उत्पादन और विकास की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा होगी। 11 से 12 नवंबर तक रूस के उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव ने मुंबई और दिल्ली में व्यापार, विज्ञान और तकनीकी सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें कीं। 18 से 22 नवंबर तक सैनिक और तकनीकी सहयोग के दिल्ली में दोनों देशों के अधिकारियों के मध्य बैठक हुई। सैनिक और तकनीकी सहयोग पर एक अन्य बैठक 26 नवंबर को मास्को में संपन्न हुई।भारत और रूस ने साथ मिलकर रक्षा उत्पादों के साझा विकास और उत्पादन की दिशा में तेज़ी से कार्य करना आरंभ किया है। भारत रक्षा उत्पादों के सबसे बड़े आयातक से निर्यातक की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
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भारत, भारत सरकार, रक्षा मंत्रालय (mod), भारत के रक्षा मंत्री, रक्षा उत्पादों का निर्यात, रूस , मॉस्को, दिल्ली , मुंबई, गोवा , भारतीय नौसेना
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रक्षा क्षेत्र में संबंधों को बढ़ावा: भारतीय-रूसी सहयोग एक नए स्तर पर पहुंचा
भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 8 दिसंबर से शुरू हो रही रूस यात्रा के दौरान 10 दिसंबर को मास्को में दोनो देशों के मध्य सैनिक और तकनीकी सहयोग को मज़बूत करने की एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेंगे।
अगले वर्ष दोनों देशों के मध्य सैनिक सहयोग की रणनीति तैयार करने को लेकर यह बैठक महत्वपूर्ण होगी। बैठक में भविष्य में दोनों देशों के मध्य होने वाले रक्षा उपकरणों के साझा उत्पादन और विकास की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा होगी।
नवंबर में भारत और रूस के मध्य सहयोग बढ़ाने के लिए कई बैठकें आयोजित हुईं। 4 से 8 नवंबर तक दोनों देशों के मध्य नौसैनिक सहयोग में तकनीकी सहायता को लेकर गोवा में बैठक हुई।
11 से 12 नवंबर तक
रूस के उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव ने मुंबई और दिल्ली में व्यापार, विज्ञान और तकनीकी सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें कीं। 18 से 22 नवंबर तक सैनिक और तकनीकी सहयोग के दिल्ली में दोनों देशों के अधिकारियों के मध्य बैठक हुई। सैनिक और तकनीकी सहयोग पर एक अन्य बैठक 26 नवंबर को मास्को में संपन्न हुई।
भारत और रूस ने साथ मिलकर रक्षा उत्पादों के साझा विकास और उत्पादन की दिशा में तेज़ी से कार्य करना आरंभ किया है। भारत रक्षा उत्पादों के सबसे बड़े आयातक से निर्यातक की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
दोनों देशों का साझा उत्पाद ब्रह्मोस मिसाइल बहुत सफल रहा है और अब उसका निर्यात आरंभ हो चुका है। दोनों देश मिलकर भारत में एके-203 का साझा उत्पादन भी शुभारंभ किया है, भविष्य में इसके भी निर्यात की संभावना है। भविष्य में इस प्रकार के कई अन्य रक्षा उपकरणों के साझा उत्पादन पर विचार किया जा रहा है जिनको निर्यात किया जा सके।