भारत-रूस संबंध
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 8 से 10 दिसंबर तक करेंगे रूस का दौरा, रक्षा मंत्रालय ने की पुष्टि

© Sputnik / Ramil Sitdikov / मीडियाबैंक पर जाएंDefence Minister of India Rajnath Singh at a Joint Meeting of Defence Ministers of SCO, CIS and CSTO Member States
Defence Minister of India Rajnath Singh at a Joint Meeting of Defence Ministers of SCO, CIS and CSTO Member States - Sputnik भारत, 1920, 07.12.2024
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भारत के रक्षा मंत्रालय ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की 8 से 10 दिसंबर तक होने वाली रूस यात्रा की घोषणा की है। इस यात्रा के दौरान वह गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट INS तुशील को भारतीय नौसेना में शामिल करेंगे।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार 9 दिसंबर को रूस में बन रहे INS तुशील को नौसेना में शामिल करने के बाद 10 दिसंबर को रक्षामंत्री मास्को में रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव के साथ सैन्य और सैन्य-तकनीक सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की 21वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।
बयान में कहा गया, "दोनों नेता सैन्य-से-सैन्य और औद्योगिक सहयोग सहित रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की समीक्षा करेंगे। वे आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी करेंगे।"
भविष्य में भारत और रूस के बीच सैनिक सहयोग की रूपरेखा बनाने के संबंध में इस बैठक को महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। भारतीय रक्षामंत्री मास्को में द्वितीय विश्व युद्ध में मारे गए सैनिकों के स्मारक पर श्रद्धांजलि भी देंगे।

पिछले एक महीने में भारत और रूस के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए कई बैठकें आयोजित हुई हैं। 4 से 8 नवंबर तक दोनों देशों के बीच नौसैनिक सहयोग में तकनीकी सहायता को लेकर गोवा में बैठक आयोजित हुई। इसके बाद 11 से 12 नवंबर तक रूस के उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव ने मुंबई और दिल्ली में व्यापार, विज्ञान और तकनीकी सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें कीं। कुछ ही दिन बाद 18 से 22 नवंबर तक सैनिक और तकनीकी सहयोग के दिल्ली में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। सैनिक और तकनीकी सहयोग पर एक अन्य बैठक 26 नवंबर को मॉस्को में संपन्न हुई।

भारत और रूस ने साथ मिलकर रक्षा उत्पादन करने की दिशा में पिछले कुछ सालों में तेज़ी से प्रगति की है। ब्रह्मोस के सफ़ल उत्पादन और निर्यात के बाद अब दोनों देश एके-203 राइफल का साझा उत्पादन प्रारंभ कर चुके हैं। इसको भी भविष्य में निर्यात करने की योजना है। भविष्य में इस तरह के दूसरे सैनिक साजोसामान के साझा उत्पादन पर विचार किया जा रहा है।
Military helicopters fly over the training ground during strategic command and staff exercises Center-2019 at Donguz shooting range near Orenburg, Russia, Sept. 20, 2019. - Sputnik भारत, 1920, 28.11.2024
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भारत और रूस परिचालन तालमेल को मजबूत करने के लिए संयुक्त अभ्यास का करेंगे विस्तार
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