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भारतीय विदेश मंत्रालय ने मालदीव पर वाशिंगटन पोस्ट के दावों की निंदा की
भारतीय विदेश मंत्रालय ने मालदीव पर वाशिंगटन पोस्ट के दावों की निंदा की
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शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने वाशिंगटन पोस्ट की उस रिपोर्ट पर निशाना साधा, जिसमें अमेरिकी मीडिया आउटलेट ने दावा किया था
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने रिपोर्ट के प्रकाशक और लेखक पर कोई विश्वसनीयता न जताते हुए उन पर "भारत के प्रति अनिवार्य रूप से शत्रुतापूर्ण रवैया" रखने का आरोप लगाया।यह विवाद वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट से शुरू हुआ, जिसमें दावा किया गया था कि मालदीव के विपक्षी राजनेताओं ने कथित महाभियोग योजना के तहत मुइज्जू की पार्टी के सदस्यों सहित 40 संसद सदस्यों को रिश्वत की पेशकश की थी। यह रिपोर्ट "डेमोक्रेटिक रिन्यूअल इनिशिएटिव" नामक एक आंतरिक दस्तावेज़ पर आधारित थी।उल्लेखनीय है कि विपक्षी दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के नेता एवं पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भी इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि भारत ने मालदीव में लोकतंत्र का लगातार समर्थन किया है और वो कभी भी ऐसी कार्रवाई में शामिल नहीं होगा।
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भारतीय विदेश मंत्रालय, वाशिंगटन पोस्ट के दावों की निंदा, वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट, अमेरिकी मीडिया आउटलेट, भारत के प्रति शत्रुता, विश्वसनीयता का फैसला, मालदीव के विपक्षी राजनेता, मालदीव में लोकतंत्र का समर्थन, रिपोर्ट का खंडन
भारतीय विदेश मंत्रालय, वाशिंगटन पोस्ट के दावों की निंदा, वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट, अमेरिकी मीडिया आउटलेट, भारत के प्रति शत्रुता, विश्वसनीयता का फैसला, मालदीव के विपक्षी राजनेता, मालदीव में लोकतंत्र का समर्थन, रिपोर्ट का खंडन
भारतीय विदेश मंत्रालय ने मालदीव पर वाशिंगटन पोस्ट के दावों की निंदा की
शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) ने वाशिंगटन पोस्ट की उस रिपोर्ट पर निशाना साधा, जिसमें अमेरिकी मीडिया आउटलेट ने दावा किया था कि देश की बाह्य जासूसी एजेंसी रॉ के एजेंटों ने पिछले साल मालदीव के वर्तमान राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को पद से हटाने की साजिश रची थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने रिपोर्ट के प्रकाशक और लेखक पर कोई विश्वसनीयता न जताते हुए उन पर "भारत के प्रति अनिवार्य रूप से शत्रुतापूर्ण रवैया" रखने का आरोप लगाया।
"ऐसा प्रतीत होता है कि समाचार पत्र और रिपोर्टर दोनों ही भारत के प्रति बाध्यकारी शत्रुता रखते हैं। आप उनकी गतिविधियों में एक पैटर्न देख सकते हैं। मैं उनकी विश्वसनीयता का फैसला आप पर छोड़ता हूं। जहां तक हमारा सवाल है, उनमें कोई विश्वसनीयता नहीं है," नई दिल्ली में साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में जायसवाल ने कहा।
यह विवाद वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट से शुरू हुआ, जिसमें दावा किया गया था कि मालदीव के विपक्षी राजनेताओं ने कथित महाभियोग योजना के तहत मुइज्जू की पार्टी के सदस्यों सहित 40 संसद सदस्यों को रिश्वत की पेशकश की थी। यह रिपोर्ट "डेमोक्रेटिक रिन्यूअल इनिशिएटिव" नामक एक
आंतरिक दस्तावेज़ पर आधारित थी।
उल्लेखनीय है कि विपक्षी दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के नेता एवं पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भी इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि भारत ने
मालदीव में लोकतंत्र का लगातार समर्थन किया है और वो कभी भी ऐसी कार्रवाई में शामिल नहीं होगा।