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भारत को बहुत पहले ही UNSC में स्थायी सीट मिलनी चाहिए थी: रूसी विदेश मंत्री लवरोव
भारत को बहुत पहले ही UNSC में स्थायी सीट मिलनी चाहिए थी: रूसी विदेश मंत्री लवरोव
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रूस के विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत और ब्राजील जैसे देश स्थायी सीट पाने के प्रबल हकदार हैं।
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रूस के विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत और ब्राजील जैसे देश स्थायी सीट पाने के प्रबल हकदार हैं।इसके अतिरिक्त उन्होंने आगे कहा कि "संयुक्त राज्य अमेरिका जर्मनी और जापान को सुरक्षा परिषद में शामिल करने पर जोर दे रहा है, और यह ऐसे देश हैं जिनके पास स्वयं का कोई स्वतंत्र मत नहीं है और जो अमेरिकी एजेंडे का आँख मूंदकर पालन करते हैं।"रूसी विदेश मंत्री लवरोव द्वारा दिए गए दूसरे बयान इस प्रकार हैं :
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रूस के विदेश मंत्री, सर्गे लवरोव की प्रेस कॉन्फ्रेंस, संयुक्त राष्ट्र में भारत और ब्राजील की स्थायी सीट, press conference of russian foreign minister, sergey lavrov, permanent seat of india and brazil in the united nations, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, unsc
रूस के विदेश मंत्री, सर्गे लवरोव की प्रेस कॉन्फ्रेंस, संयुक्त राष्ट्र में भारत और ब्राजील की स्थायी सीट, press conference of russian foreign minister, sergey lavrov, permanent seat of india and brazil in the united nations, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, unsc
भारत को बहुत पहले ही UNSC में स्थायी सीट मिलनी चाहिए थी: रूसी विदेश मंत्री लवरोव
लवरोव ने अपने प्रेस कान्फ्रन्स के दौरान कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में विशेष जिम्मेदारी वाले सभी देशों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं होने के कारण वहाँ सुधार की आवश्यकता है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गे लवरोव ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत और ब्राजील जैसे देश स्थायी सीट पाने के प्रबल हकदार हैं।
लवरोव ने कहा, "हमने बार-बार कहा है कि भारत और ब्राजील जैसे देश सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट पाने के हकदार हैं, जो सभी प्रासंगिक मानदंडों पर आधारित है, साथ ही अफ्रीकी प्रतिनिधित्व पर एक प्रस्ताव भी है। हालांकि, पश्चिम इन प्रयासों को कमजोर करना जारी रखता है।"
इसके अतिरिक्त उन्होंने आगे कहा कि "संयुक्त राज्य अमेरिका जर्मनी और जापान को
सुरक्षा परिषद में शामिल करने पर जोर दे रहा है, और यह ऐसे देश हैं जिनके पास स्वयं का कोई स्वतंत्र मत नहीं है और जो
अमेरिकी एजेंडे का आँख मूंदकर पालन करते हैं।"
उन्होंने कहा, "यह अनुचित है कि पश्चिम के पास पहले से ही 15 में से 6 सीटें हैं, पर अब बस बहुत हो गया।"
रूसी विदेश मंत्री लवरोव द्वारा दिए गए दूसरे बयान इस प्रकार हैं :
रूस का विशेष सैन्य अभियान पश्चिम की आक्रामकता का जवाब था, जिसका उद्देश्य रूस को दबाना था।
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अमेरिका ने यूरोपीय संघ की ऊर्जा सुरक्षा को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से आतंकवादी हमलों को अधिकृत किया है।
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ट्रम्प राष्ट्रपति पद संभालने के बाद अमेरिका को और भी महान बनाने में सफल होते हैं, तो हमें उन तरीकों की बारीकी से जाँच करनी होगी जिनके द्वारा उनके घोषित लक्ष्यों को प्राप्त किया जाएगा।