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अडानी ने ईरानी प्रतिबंधों का उल्लंघन वाली अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट की खारिज

© AP Photo / Ajit SolankiIndia's Adani Group Chairman Gautam Adani leaves after addressing the Vibrant Gujarat Global Summit, a business event to attract investments to the Gujarat state, in Gandhinagar, India, Wednesday, Jan.10, 2024.
India's Adani Group Chairman Gautam Adani leaves after addressing the Vibrant Gujarat Global Summit, a business event to attract investments to the Gujarat state, in Gandhinagar, India, Wednesday, Jan.10, 2024. - Sputnik भारत, 1920, 03.06.2025
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अमेरिकी दैनिक द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि अडानी समूह ने मुंद्रा पोर्ट पर ईरानी एलपीजी कार्गो आयात करके अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है, जिसका संचालन अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) द्वारा किया जाता है।
हाल ही में अमेरिकी मीडिया समूह द वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की एक रिपोर्ट में भारतीय अरबपति समूह अडानी समूह पर ईरानी कच्चे तेल से लदे टैंकरों को मुंद्रा पोर्ट पर कार्गो भेजे जाने के आरोप लगाए गए हैं जिन्हें अडानी समूह ने खारिज कर दिया है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में अडानी द्वारा दाखिल की गई फाइलिंग में WSJ की रिपोर्ट को "निराधार और शरारती" बताया गया है।

कंपनी ने कहा, "अडानी ने प्रतिबंधों की चोरी या ईरानी मूल के एलपीजी से जुड़े व्यापार में किसी भी तरह की जानबूझकर संलिप्तता से साफ इनकार किया है। इसके अतिरिक्त, हमें इस विषय पर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा किसी भी जांच की जानकारी नहीं है।"

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अमेरिकी अभियोजक भारतीय इकाई द्वारा कथित तौर पर ईरान विरोधी प्रतिबंधों का पालन न करने के मद्देनजर जांच कर रहे हैं। वहीं इसके जवाब में अडानी समूह ने कहा कि WSJ की रिपोर्ट "गलत धारणाओं और अटकलों" पर आधारित है।
उन्होंने कहा, "अडानी समूह की संस्थाओं द्वारा ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों का जानबूझकर उल्लंघन करने के किसी भी सुझाव का दृढ़ता से खंडन किया जाता है। इसके विपरीत कोई भी दावा न केवल बदनामीपूर्ण होगा, बल्कि अडानी समूह की प्रतिष्ठा और हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर किया गया कार्य भी माना जाएगा।"
भारतीय कंपनी आगे ने स्पष्ट करते हुए कहा कि उसकी नीति अपने किसी भी बंदरगाह पर "किसी भी ईरानी कार्गो को नहीं संभालने" की है।

कंपनी ने अपने स्टॉक मार्केट फाइलिंग में कहा, "इसमें ईरान से आने वाले किसी भी शिपमेंट या ईरानी झंडे के नीचे चलने वाले किसी भी जहाज को संलग्न बताया गया है। इसके अतिरिक्त, अडानी समूह ऐसे किसी भी जहाज का प्रबंधन या सुविधा नहीं देता है जिसके मालिक ईरानी हों। हमारे सभी बंदरगाहों पर इस नीति का सख्ती से पालन किया जाता है।"

अडानी समूह ने यह भी उल्लेख किया कि एलपीजी सेगमेंट से लगभग 171.2 मिलियन डॉलर का राजस्व, कुल राजस्व का केवल 1.46% था।

इसमें कहा गया है, "हालांकि एलपीजी हमारी कुल आय का एक बहुत छोटा और परिचालनात्मक रूप से गैर-भौतिक घटक है, फिर भी अडानी समूह संस्थाओं द्वारा किया जाने वाला सभी एलपीजी व्यापार अमेरिकी प्रतिबंध नियमों सहित लागू घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पूरी तरह से अनुपालन करता है।"

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