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अमेरिकी सीनेट के नामित उम्मीदवार ने हिंदू विरोधी नफरत फैलाई

© PhotoHanuman statue in Texas.
Hanuman statue in Texas. - Sputnik भारत, 1920, 23.09.2025
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हाल के महीनों में अमेरिका में भारतीय समुदाय के खिलाफ ऑनलाइन घृणा को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।
अमेरिकी सीनेट के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार अलेक्जेंडर डंकन को हिंदू देवता हनुमान की एक मूर्ति को मौखिक रूप से निशाना बनाने के लिए हिंदू-अमेरिकियों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, जिसका पिछले साल टेक्सास में अनावरण किया गया था।

डंकन ने एक्स पर लिखा, "हम टेक्सास में एक झूठे हिंदू देवता की झूठी मूर्ति क्यों स्थापित होने दे रहे हैं? हम एक ईसाई राष्ट्र हैं!" "मुझे छोड़ तुझे अपने किसी दूसरे को परमेश्वर करके न मानना। तू अपने लिये किसी प्रकार की मूर्ति या प्रतिमा न बनाना, जो आकाश में, या पृथ्वी पर, या समुद्र में है। निर्गमन 20:3-4।"

एक अन्य पोस्ट में रिपब्लिकन नेता ने लिखा, "उन्होंने परमेश्वर के बारे में सच्चाई को झूठ से बदल दिया। इसलिए उन्होंने सृष्टिकर्ता की बजाय परमेश्वर द्वारा बनाई गई चीज़ों की पूजा और सेवा की, जो अनन्त प्रशंसा के योग्य हैं! आमीन।' रोमियों 1:25।"
उनके हिंदू विरोधी बयानों से आहत होकर सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने उन्हें तुरंत याद दिलाया कि अमेरिकी संविधान के प्रथम संशोधन में धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार निहित है।

हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) ने डंकन के पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "हेलो @TexasGOP, क्या आप अपनी पार्टी के उस सीनेट उम्मीदवार को अनुशासित करेंगे जो भेदभाव के विरुद्ध आपके दिशानिर्देशों का खुलेआम उल्लंघन करता है और हिंदू-विरोधी घृणा का प्रदर्शन करता है और पहले संशोधन के स्थापना खण्ड के प्रति अनादर की तो बात ही छोड़िए?"

90 फुट ऊंची हनुमान प्रतिमा, जिसे आधिकारिक तौर पर 'स्टैच्यू ऑफ द यूनियन' के नाम से जाना जाता है, टेक्सास के शुगर लैंड स्थित श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर में स्थित है। 90 फुट ऊँची यह प्रतिमा अमेरिका की तीसरी सबसे ऊँची प्रतिमा मानी जाती है।
पिछले वर्ष इसके अनावरण के बाद से ही हनुमान प्रतिमा को कुछ चर्च समूहों और ऑनलाइन MAGA समर्थकों से कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा है, जिनमें कुछ प्रमुख हैंडल भी शामिल हैं।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पिछले साल अगस्त में 15-20 प्रदर्शनकारियों ने मंदिर परिसर में प्रवेश किया और हिंदू उपासकों को परेशान करते हुए गैर-विश्वासियों के खिलाफ "राक्षसी" शाप दिए।
Khalistan Supporters in New York (AP Photo/Mary Altaffer) - Sputnik भारत, 1920, 16.02.2024
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