मणिपुर में हिंसा की वजह से कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होने के कारण मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने उनके इस्तीफे पर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए ट्वीट कर कहा कि वे अपने पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं।
"इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा," मणिपुर मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री सिंह आज दोपहर 3 बजे मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप देंगे, हालांकि मुख्यमंत्री ने आज गवर्नर से मिलकर राज्य के हालातों के बारे में जानकारी दी।
इससे पहले मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर जमीनी स्तर पर उभरती स्थिति के बारे में जानकारी दी थी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दो दिन बाद मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
इससे पहले मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर जमीनी स्तर पर उभरती स्थिति के बारे में जानकारी दी थी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दो दिन बाद मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
केंद्र द्वारा बनाई गई समिति में कई नागरिक समाज समूहों के पदाधिकारियों ने विभिन्न कारणों से शांति समिति का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है।
मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (ST) दर्जे की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद मणिपुर में हिंसक झड़पें शुरू हुईं थी।
लगभग दो महीने से मणिपुर में लगातार चल रही जातीय हिंसा में लगभग 133 लोगों की जान चली गई और 3,000 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (ST) दर्जे की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद मणिपुर में हिंसक झड़पें शुरू हुईं थी।
लगभग दो महीने से मणिपुर में लगातार चल रही जातीय हिंसा में लगभग 133 लोगों की जान चली गई और 3,000 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।