भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा में स्थित सात अजूबों में से एक यानी विश्व प्रसिद्ध ताजमहल भी उत्तर भारत में यमुना के कहर से बचने में असफल हुआ और पानी से ताजमहल के पीछे का एक बगीचा जलमग्न हो गया जिससे पानी ताजमहल की दीवारों को छू गया, भारतीय मीडिया ने बताया।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारियों की माने तो मकबरे को मुख्य स्मारक में पानी को प्रवेश करने से रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यमुना नदी के जलस्तर ने पिछले 45 वर्षों का रिकार्ड तोड़ते हुए 495 फीट के 'निम्न-बाढ़ स्तर' को पार कर लिया है।
आगरा के नजदीक मथुरा में भी यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई जिसकी वजह से जिले के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), पुलिस और स्थानीय प्रशासन सहित बचाव दल आगरा और मथुरा में बाढ़ से प्रभावित लोगों को बचाने में लगे हुए हैं। यमुना नदी के पास के 50 गांवों और 20 शहरी इलाकों के 500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
हालांकि देश की राजधानी की बात करें तो ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण सोमवार को मामूली वृद्धि के बाद दिल्ली में यमुना के जल स्तर में आज सुबह गिरावट देखी गई, लेकिन यह अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से दो मीटर ऊपर बह रही है।