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भारत रूस की S-400 की तर्ज पर बनाएगा अपनी वायु रक्षा प्रणाली: रिपोर्ट

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने जमीन-आधारित और युद्धपोत-आधारित दोनों प्रणालियों के लिए वायु रक्षा हथियार विकसित करने के मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया मिशन को बढ़ावा देते हुए अब देश में तीन-स्तरीय लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (LRSM) रक्षा प्रणाली विकसित करने की तैयारी की जा रही है जो 400 किमी की रेंज में दुश्मन के किसी भी कहते को ध्वस्त कर देगी।
भारतीय मीडिया ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि रक्षा मंत्रालय में इस मिसाइल प्रणाली विकसित करने का प्रस्ताव उन्नत चरण में है और उम्मीद है कि इसे जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी।
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आगे उन्होंने बताया कि यह परियोजना तकरीबन 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर की है और इसके तैयार हो जाने से दुश्मन की तरफ से आ रहे किसी भी खतरे को तय समय पर खत्म किया जा सकेगा।
भारतीय मीडिया के मुताबिक भारतीय प्रणाली रूस से हासिल की गई S-400 वायु रक्षा प्रणाली की श्रेणी में होगी जो भारत की सीमा पर तैनात की जाएगी।
भारतीय रक्षा बलों के पास पहले से ही S-400 वायु रक्षा प्रणालियाँ हैं, जो अधिकतम 400 किलोमीटर की दूरी पर और कम दूरी पर भी लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती हैं।
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