तालिबान* ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में हुए हमलों में पाकिस्तानी दाएश** आतंकवादियों की संलिप्तता थी और उनके पास इसके दस्तावेजी "सबूत" हैं।
"हमारे क्षेत्र में विस्फोट और हमले कर रहे दाएश के 18 पाकिस्तानी सदस्य मारे गए और उनमें से दर्जनों को अफगानिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में जिंदा पकड़ लिया गया, सभी दस्तावेज और सबूत हमारे पास हैं," तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद के एक बयान में कहा।
मुजाहिद ने आगे पाकिस्तानी सरकार को जवाब देते हुए कहा कि अफगानिस्तान सरकार ने पाकिस्तान को दोष देने के बजाय अपने सुरक्षा उपाय मजबूत किए हैं।
"गौरतलब है कि अगर पाकिस्तान में कोई हमला करें या अफगानिस्तान और पाकिस्तान में दाएश द्वारा मुसलमानों को मारा जाए तो एक साझा समाधान होना चाहिए, दोषारोपण का कोई समाधान नहीं है“ तालिबान के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा।
इस्लामाबाद द्वारा एक बार फिर देश में बढ़ते आतंकवादी हमलों के लिए तालिबान पर आरोप लगाया इसके एवज में तालिबान ने यह प्रतिक्रिया दी।
तालिबान के मुताबिक पिछले दो वर्षों में, अफगानिस्तान में इस्लामिक अमीरात की स्थापना के बाद से देश और क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति में काफी सुधार हुआ है। तथ्य यह है कि घटनाएं केवल पाकिस्तान में बढ़ी हैं और यह देश की जिम्मेदारी है कि वह स्वयं इसका समाधान निकाले, तालिबान का कहना है।
*आतंकवाद के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के तहत
***रूस में प्रतिबंधित संगठन
***रूस में प्रतिबंधित संगठन