विशाल कंटेनर-हैंडलिंग क्रेन के साथ चीनी जहाज 12 अक्टूबर को हाल ही में निर्मित विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह में प्रवेश करने वाला पहला जहाज बन गया। विझिनजाम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह भारत का पहला कंटेनर ट्रांस-शिपमेंट पोर्ट है।
एक सरकारी अधिकारी ने भारतीय मीडिया को बताया कि जहाज पर विशाल कंटेनर-हैंडलिंग क्रेन को 15 अक्टूबर को एक औपचारिक समारोह में बंदरगाह पर ले जाया जाएगा जिसमें केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और भारतीय केंद्रीय बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल सम्मिलित होंगे।
'जेन हुआ 15' जहाज को अगस्त के अंत में चीन से रवाना होकर 4 अक्टूबर को विझिंजम पहुंचना था परंतु मार्ग में बिगड़े मौसम के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई।
विझिंजम बंदरगाह को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के अंतर्गत केरल राज्य सरकार, केंद्र और डेवलपर अदानी पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रदान की गई धनराशि से बनाया जा रहा है। इस परियोजना को 2019 में पूरा करने का लक्ष्य था परंतु भूमि अधिग्रहण से संबंधित कई चुनौतियों के कारण इसमें देरी हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्णतः निर्मित होने पर यह बंदरगाह दुनिया के सबसे बड़े बंदरगाहों में संलग्न हो जाएगा। मीडिया के अनुसार, यह अगले साल मई तक पूरी तरह से चालू हो जाएगा। 18 मीटर की प्राकृतिक गहराई और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लाइन से मात्र 10 समुद्री मील की दूरी पर स्थित इस बंदरगाह में भारत के समुद्री व्यापार को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने की क्षमता है, जो वर्तमान में दक्षिण भारत में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह की अनुपस्थिति के कारण प्रभावित हो रहा है।