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राम मंदिर के कारण आगामी चुनावों में पीएम मोदी की हैट्रिक संभव: विशेषज्ञ

भारत में आम चुनाव मात्र दो महीने दूर हैं और सभी पार्टियां अपने अपने ढंग से तैयारियां करने में जुटी हुई हैं। Sputnik भारत ने भारत के वरिष्ठ पत्रकार आर राजगोपालन से बात कर यह जानने का प्रयास किया कि क्या राम मंदिर का मुद्दा इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को लगातार तीसरी बार जीत दिलाने में सहायक होगा।
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भारत की सर्वोच्च अदालत के निर्णय के बाद राम मंदिर बनाने के रास्ते के साफ होने के बाद आज राम मंदिर पूरी तरह से तैयार है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी को की गई पूजा अर्चना के बाद यह अब आम लोगों के लिए भी खोल दिया गया।
22 जनवरी को राम मंदिर आयोजन को लेकर देश भर में एक धार्मिक लहर रही, लोगों में इस दिन को लेकर अत्यंत उत्साह देखने को मिला। भारत के तमाम गणमान्य व्यक्तियों के साथ बड़े बड़े उधयोगपतियों ने परिवार के साथ राम मंदिर के भव्य आयोजन का आनंद उठाया।

सत्तारूढ पार्टी भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो पार्टी विकास के साथ राम मंदिर के मुद्दे साथ आगामी चुनावों में जा सकती है। चुनावी पंडितों के माने तो राम मंदिर के बन जाने के बाद 2024 के चुनाव नरेंद्र मोदी सरकार को चुनावी विजय की हैट्रिक दिलाने में प्रमुख विषय सिद्ध होगा।
अगर देखा जाए तो राम मंदिर के मुद्दे के अतिरिक्त हाल में हुए राज्य सरकार के चुनावों में भी भाजपा का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है, जहां उसने चार राज्यों के चुनाव में तीन में शानदार विजय प्राप्त की। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आगामी आम चुनावों से पहले सत्तारुड़ पार्टी का पलड़ा अत्यंत भारी दिखाई देता है।

Sputnik भारत ने जब देश में कई चुनावों को कवर कर चुके और भारतीय राजनीति के जानकार आर राजगोपालन से पुछा कि 2024 के आम चुनावों में नरेंद्र मोदी सरकार के लिए राम मंदिर का मुद्दा कितना सहायक होगा, तब उन्होंने बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार इस बार भी जीतने जा रही है, क्योंकि यह मुद्दा उनको जीत दिलाने में सहायक होगा।

वरिष्ठ पत्रकार ने कहा, "नरेंद्र मोदी सरकार को आगामी चुनाव में अयोध्या मुद्दा तीसरी बार विजयी बनाने जा रहा है, वैसे बीजेपी अयोध्या और विकास के साथ चुनाव में उतर सकती है। नरेंद्र मोदी बार-बार कह रहे हैं कि सबका साथ सबका विकास।"

आगे उन्होंने कहा कि राम मंदिर के मुद्दों के साथ साथ मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी है जो उन्हें औरों से अलग बनाता है, क्योंकि उन्होंने एक नेता की तरह अपनी शासन करने की क्षमता का प्रदर्शन भी किया है।

उन्होंने कहा, "उन्होंने एक रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया है कि उन्होंने जो भी उद्घाटन किया, वह परियोजनाएं पूरी भी की हैं। 10 वर्षों में उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में और मुख्यमंत्री के रूप में 13 वर्षों में उन्होंने शासन करने की अपनी क्षमता दिखाई है।"

राजगोपालन आगे बताते हैं कि अगर देखा जाए तो प्रधानमंत्री मोदी ने जो लक्ष्य बनाए थे वह सभी प्राप्त किए हैं, इसमें न मात्र राम मंदिर बल्कि ट्रिपल तलाक और आर्टिकल 370 को हटाने जैसे गंभीर मुद्दों को हल करना भी सम्मिलित है।

विशेषज्ञ ने बताया, "2019 में नरेंद्र मोदी को संसद में भारी बहुमत मिला जिससे उन्हें बड़ी शक्ति मिली, जिसके बाद शीर्ष अदालत ने राम मंदिर के पक्ष में निर्णय सुनाया। इसके साथ साथ मोदी ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को खत्म करने, तीन तलाक और राम मंदिर को प्राथमिकता दी। ये तीन प्रमुख उपलब्धियां हैं।"

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