भारतीय सेना ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण कर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए एक मजबूत ताकत के रूप में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए, "भारतीय सेना की प्रतिरोधक क्षमता की सटीकता और ताकत के एक लुभावने प्रदर्शन में राइजिंग सन मिसाइल विशेषज्ञों ने अपनी लंबी दूरी की लक्ष्यीकरण क्षमताओं का प्रदर्शन किया। ब्रह्मोस मिसाइल अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के ऊपर उड़ गई और प्रभावी ढंग से आकाश को प्रज्वलित कर दिया।"
सोच-समझकर किए गए इस मिसाइल प्रक्षेपण के साथ भारत ने दिखाया कि वह अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रति अपने समर्पण पर संकल्पबद्ध है।
ब्रह्मोस मिसाइल भारतीय नौसेना के युद्धपोतों पर जहाज-रोधी और हमले के संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में कार्य करती है। भारत और रूस के संयुक्त उद्यम से बनी ब्रह्मोस के विस्तारित संस्करणों के सभी तीन वेरिएंट जमीन, हवा, जहाज और पनडुब्बियों से सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है।