वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के हवाले से भारतीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रूस भारत को अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद अगले कुछ महीनों में दो युद्धपोतों की डिलीवरी करेगा।
रिपोर्ट की मानें तो एक जहाज सितंबर में और दूसरा जहाज अगले वर्ष की शुरुआत में भारतीयों को सौंपा जाएगा। दो युद्धपोत उस चार-जहाज वाले सौदे का हिस्सा हैं, जिस पर भारत और रूस ने 2018 में हस्ताक्षर किए थे।
भारत और रूस पुराने रणनीतिक साझेदार हैं, जो भुगतान के विषय पर कार्य करने में सक्षम हैं। भारत रूस के समुद्री तेल का सबसे बड़ा खरीदार है।
वहीं स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, रूस भारत के सैन्य हार्डवेयर का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना हुआ है, जो भारत के हथियारों के आयात का 36% हिस्सा है।