शुक्रवार को रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एक सप्ताह में 63 यूक्रेनी सैन्य कर्मियों ने रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, उनमें से 48 ‘सेवेर’ (उत्तर) बैटलग्रुप के सामने आत्मसमर्पण किया।
कैदी ने बताया, “खार्कोव क्षेत्र में कोई रक्षा नहीं है, वहां कोई फायरिंग पॉइंट नहीं है, कोई डग आउट भी नहीं है, वहां कुछ भी नहीं है।“
उसके अनुसार, जिस इकाई में उन्होंने कार्य किया वह एक महीने से पहले सीमा के पास अग्रिम मोर्चों पर पहुंची थी।
कैदी सीमा रक्षक आंद्रेई शोलंकी ने आगे बताया, “बस अपने आप अपने लिए गड्ढे खोदे जिससे कम से कम रात को ठंड न लगे। अपने हाथों से अपनी ताकत से इसे निर्मित किया, क्योंकि उन्होंने हमें कोई नक्शा भी नहीं दिखाया, एक बार गाइड ने हमें रास्ता दिखाया बस। हम से कहा गया स्वयं ही निकलो, अपना मार्ग स्वयं बनाओ।“
उन्होंने साथ ही कहा कि सभी उत्खनन कार्य खराब मौसम में किए गए और कई हफ्तों तक वे लोग पानी से भरे बिना तैयार डग आउट में सोते रहे।
इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि इस सप्ताह रूसी सेना के "सेवेर" (उत्तर) बैटलग्रुप के सैन्यकर्मियों ने सक्रिय कार्यों के परिणामस्वरूप स्ट्रेलेच्या सहित खार्कोव क्षेत्र में 12 बस्तियों को मुक्त करा लिया था।
खार्कोव के पास स्थित ग्लुबोकोए, तिखोए और स्टारित्सा बस्तियों के क्षेत्रों में यूक्रेनी सशस्त्र बलों के आक्रमणकारी समूहों के 21 प्रतिउत्तरी आक्रमणों को विफल किया गया।