बढ़ती जनसंख्या से भारत को लाभ
मिश्रा ने कहा, "भारत 2050 तक अपने जनसांख्यिकीय लाभांश से लाभान्वित होगा, क्योंकि 60 प्रतिशत से अधिक आबादी कामकाजी आयु वर्ग की है।"
जनशक्ति के उपयोग के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की आवश्यकता
उन्होंने कहा, "अत्यधिक कुशल कार्यबल बनाने के लिए शिक्षा और कौशल विकास में निवेश करना महत्वपूर्ण है। नौकरी सृजन को प्रोत्साहित करने के लिए स्वस्थ आबादी सुनिश्चित करने और आर्थिक सुधारों को लागू करने के लिए स्वास्थ्य सेवा में सुधार करना महत्वपूर्ण है।"
मिश्रा ने कहा, "शहरी नियोजन को बढ़ाकर, कृषि आधुनिकीकरण का समर्थन करके और प्रभावी शासन सुनिश्चित करके भारत अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का दोहन कर सकता है। ये रांनीतियां भारत को सदी भर में सतत आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए अपनी बड़ी आबादी का लाभ उठाने में सक्षम बनाएंगी।"
प्रवासन को रोकने के लिए घरेलू अवसरों को बढ़ाना
उन्होंने कहा, "विश्व स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान सुविधाओं में निवेश करना और उद्योग-अकादमिक संबंधों को बढ़ावा देना शिक्षा को बाजार की जरूरतों के साथ जोड़ सकता है। वित्तीय प्रोत्साहन, कर लाभ और सार्वजनिक मान्यता प्रदान करने से प्रतिभा को बनाए रखा जा सकता है, जबकि स्वास्थ्य सेवा, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा में सुधार से जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि होती है।"
मिश्रा ने अपनी बात में जोड़ते हुए कहा, "ये उपाय भारत के प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए देश के विकास में योगदान देने और रहने के लिए एक आकर्षक वातावरण बना सकते हैं।