अमेरिका ने एक बार फिर अपने आप को विश्व का ठेकेदार समझते हुए भारत को नसीहत देकर कहा है कि नई दिल्ली को मास्को के साथ अपने लंबे समय के संबंधों का उपयोग रूस और यूक्रेन के मध्य शांति स्थापित कराने के लिए करना चाहिए।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत के रूस के साथ दीर्घकालिक संबंध हैं और वह इसका उपयोग रूस और यूक्रेन के मध्य शांति के लिए करे।
"हमने भारत को रूस के साथ उस दीर्घकालिक रिश्ते और उनकी अद्वितीय स्थिति का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिससे राष्ट्रपति पुतिन से उनके अवैध युद्ध को समाप्त करने और इस संघर्ष में एक न्यायपूर्ण शांति, एक स्थायी शांति खोजने का आग्रह किया जा सके," राज्य विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिले ने कहा।
इस तरह के वक्तव्य यह दर्शाते हैं कि वाशिंगटन सदैव की ही भांति एक बार पुनः भारत के लिए शर्तें निर्धारित कर विश्व भर में सिद्ध करना चाहता है कि वह इस संघर्ष में एक अच्छे देश की तरह जल्द से जल्द शांति चाहता है, वहीं सभी जानते हैं कि रूस और यूक्रेन के मध्य का संघर्ष अमेरिका और नाटो ने स्वयं आरंभ किया है।