भारतीय सेना ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर जानकारी दी है कि उसने 550 अस्मि मशीन पिस्टलों को उत्तरी कमान में नियुक्त सैनिकों को दिया है।
अस्मि मुख्यतः शहरी क्षेत्रों में निकटीय रूप से आतंकवादियों के साथ होने वाली मुठभेड़ों और विशेष कार्रवाइयों में बहुत उपयोगी है। अस्मि को एक हाथ से उपयोग किया जा सकता है जिससे यह पिस्टल और सबमशीनगन दोनों की तरह कार्य कर सकती है।
अस्मि का वज़न दो किग्रा तक है और इसके बट को अपनी सुविधानुसार मोड़ा जा सकता है। इसमें 33 राउंड की मैगज़ीन आती है जिसे 600 राउंड प्रति मिनट की गति से फ़ायर किया जा सकता है। इसकी रेंज 100 मीटर तक है और इसका छोटा आकार इसे तंग जगह पर कार्य करने के लिए उत्कृष्ट हथियार बनाता है।
भारत बहुत तेज़ी से हथियारों के आयातक से निर्यातक बनने की दिशा में बढ़ रहा है। रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता इस दिशा में पहला कदम है। अस्मि को सेना के अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों को भी दिया जाएगा।