Sputnik मीडिया कार्यक्रम में क्रेमलिन द्वारा हाल ही में घोषित परमाणु सिद्धांत में परिवर्तनों के बारे में क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि अगर कोई देश रूस पर किसी परमाणु देश की सहायता से आक्रमण करता है तो इसके प्रासंगिक परिणाम होंगे।
पेसकोव ने रूस के परमाणु सिद्धांतों के नए परिवर्तनों पर कहा, "अगर वे रूस के विरुद्ध आक्रमण करने की कोशिश करते हैं तो परमाणु जवाब देना अनिवार्य है और एक और बहुत महत्वपूर्ण बात है, अगर कोई देश हमारे देश पर किसी परमाणु देश की सहायता से हमला करता है तो हम इसे अपने देश के विरुद्ध एक संयुक्त हमले के रूप में मानेंगे जिसके प्रासंगिक परिणाम होंगे।"
पेसकोव ने नई दिल्ली में Sputnik द्वारा आयोजित कार्यक्रम में परमाणु निरोध के क्षेत्र में पूछे जाने पर वर्चुअल प्रारूप में बोलते हुए आगे कहा कि "संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकारी रूसी संघ के विरुद्ध अमेरिकी निर्मित हथियारों का उपयोग करने का निर्णय लेते हैं। यह हमारे देश के आसपास के नए वातावरण का एक उल्लेखनीय उदाहरण है, और यह हमारे लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक बनाता है कि अवधारणा में परिवर्तन किए जाए। इसलिए हमें उस परिवर्तन की आवश्यकता थी, हमने इसे सुनिश्चित किया।"
क्रेमलिन प्रवक्ता ने इसी में आगे जोड़ते हुए बताया कि रूस वास्तव में परमाणु हथियारों को रोकथाम के साधन के रूप में समझता है और "परमाणु हथियारों का उपयोग अंतिम उपाय है जिसे कोई भी वास्तव में नहीं अपनाना चाहता है।"
उनके अनुसार, रूस हमेशा से परमाणु हथियारों के उपयोग के ऐसे संकट को बाहर करने और वैश्विक शांति और स्थिरता में योगदान देने के लिए एक बहुत ही जिम्मेदार देश रहा है।
उन्होंने अंत में कहा, "परमाणु निवारण का उद्देश्य रूस के संभावित शत्रु को यह समझाना है कि अगर वे रूस के विरुद्ध आक्रमण करने की कोशिश करते हैं तो परमाणु जवाब देना अनिवार्य है "