जनरल द्विवेदी ने कहा, “भारतीय सेना न केवल मौजूदा चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर रही है, बल्कि तेज़ी से एक आधुनिक, भविष्य-उन्मुख और रूपांतरित सैन्य शक्ति के रूप में विकसित हो रही है। इसी पहल के तहत ‘रुद्र’ नामक नई मिश्रित ब्रिगेड का गठन किया जा रहा है। मैंने कल इस निर्णय को मंजूरी दी।”
जनरल के अनुसार, इन नई ब्रिगेडों में पैदल सेना, मोटराइज्ड इन्फैंट्री, बख़्तरबंद टैंक यूनिट, तोपख़ाना, विशेष बल, ड्रोन यूनिट, साथ ही विशेष लॉजिस्टिक और कॉम्बैट सपोर्ट शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, “इसी तरह, ‘भैरव’ नामक हल्के बटालियनों का गठन किया गया है, जो सीमा पर दुश्मन पर त्वरित प्रहार करने में सक्षम विशेष बल होंगे। अब हर पैदल बटालियन में ड्रोन प्लाटून शामिल है और तोपख़ाने की मारक क्षमता कई गुना बढ़ाई गई है। सेना की वायु रक्षा प्रणाली भी स्वदेशी मिसाइलों से लैस की जा रही है। यह हमारी शक्ति को कई गुना बढ़ाएगा।”
समाचार चैनल News18 के सूत्रों ने बताया कि दो पैदल सेना ब्रिगेडों को पहले ही ‘रुद्र’ ब्रिगेड में परिवर्तित किया जा चुका है।