भारतीय सेना की कोर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मेकेनिकल इंजीनियर्स (EME) के महानिदेशक ले. जनरल राजीव कुमार साहनी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए जानकारी दी कि भारतीय सेना ने खुद को AI के युद्ध में प्रयोग में दक्ष करने के लिए अभियान चलाया है और इसमें जबरदस्त क्षमता प्राप्त की है।
उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अलग-अलग सेंसरों और स्रोतों से प्राप्त डाटा को परख कर उसके आधार पर कार्रवाई करने में AI का बहुत ज्यादा प्रयोग हुआ है। बहुत से सेंसरों, प्लेटफॉर्म से मिली खुफिया जानकारी के विश्लेषण, खतरे के आंकलन, पूरी कार्रवाई की जानकारी लेने और मिसाइलों से लंबी दूरी तक हमला करने में AI एप्लीकेशंस ने सहायता दी।"
ले. जनरल साहनी पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों और सैनिक ठिकानों पर 7 मई से 10 मई तक चली भारत की सैनिक कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय सेना में महानिदेशक, इंफॉर्मेशन सिस्टम्स थे। यही विभाग भारतीय सेना नवीनतम संचार तकनीक के प्रयोग के लिए ज़िम्मेदार होता है।
ले. जनरल साहनी ने कहा कि सेना में AI का प्रयोग 11 लाख से भी ज्यादा सैनिकों वाली भारतीय सेना की कार्रवाइयों को ज्यादा तेज़ रफ्तार, सटीक और घातक बनाएगा। स्वदेशी त्रिनेत्र एप्लीकेशन के ज़रिए सेना के उच्च कमांडरों को पूरे ऑपरेशन की एक जैसी तस्वीर देखने का मौका मिला जिससे युद्ध के निर्णय जल्द और सही लिए जा सके।