https://hindi.sputniknews.in/20230104/jammoo-kashmeer-aatankee-hotaspot-se-bana-toorist-hotaspot-grh-mantraalay-kee-varshaant-sameeksha-378291.html
जम्मू-कश्मीर आतंकी हॉटस्पॉट से बना टूरिस्ट हॉटस्पॉट: गृह मंत्रालय की वर्षांत समीक्षा रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर आतंकी हॉटस्पॉट से बना टूरिस्ट हॉटस्पॉट: गृह मंत्रालय की वर्षांत समीक्षा रिपोर्ट
Sputnik भारत
रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में भारी कमी के साथ पर्यटकों की संख्या भी चार गुना हुई है।
2023-01-04T14:08+0530
2023-01-04T14:08+0530
2023-01-04T14:08+0530
कश्मीर
भारत
जम्मू और कश्मीर
आतंकवाद
आतंकवादी
आतंकवाद का मुकाबला
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/04/379188_0:120:1280:840_1920x0_80_0_0_007987b4351ff56ae6affe9ca955a35d.jpg
गृह मंत्रालय की साल के अंत की समीक्षा रिपोर्ट 2022 जारी हो गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में भारी कमी आई है। जहां 2018 में 417 मामले सामने आए थे, वहीं 2021 में यह घटकर 229 मामले रह गए। जबकि 2018 में सुरक्षा बलों के शहीदे होने के मामले 91 दर्ज किए गए वहीं 2021 में यह आकड़ा घटकर 42 पर आ गया। जम्मू-कश्मीर में बढ़ते पर्यटकों की संख्या को वर्षांत समीक्षा रिपोर्ट में हाइलाइट किया गया है।इस रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू -कश्मीर की सड़कों को हिंसा से मुक्त रखने और कानून के शासन को बहाल करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की प्रयासों की सराहना की है। और जम्मू-कश्मीर पर पहली समीक्षा बैठक पिछले साल फरवरी में हुई थी और उसके बाद कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाए गए थे।गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पर पिछली दो समीक्षा बैठकों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समृद्ध और शांतिपूर्ण जम्मू-कश्मीर के उद्देश्य को पूरा करने के लिए सुरक्षा बलों और पुलिस को सक्रिय रूप से संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए कहा। स्थिति की समीक्षा के लिए आखिरी बैठक 28 दिसंबर को हुई थी।
भारत
जम्मू और कश्मीर
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2023
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e7/01/04/379188_0:0:1280:960_1920x0_80_0_0_36aabab606135d9703f1a0d5927fd283.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
जम्मू कश्मीर आतंकी हॉटस्पॉट टूरिस्ट हॉटस्पॉट अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह
जम्मू कश्मीर आतंकी हॉटस्पॉट टूरिस्ट हॉटस्पॉट अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह
जम्मू-कश्मीर आतंकी हॉटस्पॉट से बना टूरिस्ट हॉटस्पॉट: गृह मंत्रालय की वर्षांत समीक्षा रिपोर्ट
गृह मंत्रालय की ओर से जारी वर्षांत समीक्षा रिपोर्ट 2022 के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में भारी कमी के साथ साथ पर्यटकों की संख्या भी पहले की अपेक्षा में बढ़कर चार गुना हो गई हैं।
गृह मंत्रालय की
साल के अंत की समीक्षा रिपोर्ट 2022 जारी हो गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक
जम्मू-कश्मीर में
आतंकी गतिविधियों में भारी
कमी आई है।
जहां 2018 में 417 मामले सामने आए थे, वहीं 2021 में यह घटकर 229 मामले रह गए। जबकि 2018 में
सुरक्षा बलों के शहीदे होने के मामले 91 दर्ज किए गए वहीं 2021 में यह आकड़ा घटकर 42 पर आ गया। जम्मू-कश्मीर में बढ़ते पर्यटकों की संख्या को वर्षांत समीक्षा रिपोर्ट में हाइलाइट किया गया है।
“पहले यह एक आतंकवादी हॉटस्पॉट था और आज यह एक पर्यटक हॉटस्पॉट बन गया है, कश्मीर घाटी में पहले अधिकतम 6 लाख पर्यटक हर साल आते थे, जबकि इस साल अब तक 22 लाख पर्यटक आ चुके हैं, इससे हजारों युवाओं को रोजगार मिला है," रिपोर्ट में कहा गया।
इस रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह ने
जम्मू -कश्मीर की सड़कों को हिंसा से मुक्त रखने और कानून के शासन को बहाल करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की प्रयासों की सराहना की है। और जम्मू-कश्मीर पर पहली समीक्षा बैठक पिछले साल फरवरी में हुई थी और उसके बाद कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाए गए थे।
“केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निर्देश दिया कि आतंकवादियों और अलगाववादियों के डर को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत किया जाना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा कि आम आदमी की भलाई के लिए, आतंकवादी-अलगाववादी अभियान को सहायता, बढ़ावा देने और बनाए रखने वाले तत्वों वाली आतंकी प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट करने की आवश्यकता है," समीक्षा रिपोर्ट 2022 में पिछले घटनाक्रमों और बैठकों का हवाला देते हुए कहा गया।
गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पर पिछली दो समीक्षा बैठकों में,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समृद्ध और शांतिपूर्ण जम्मू-कश्मीर के उद्देश्य को पूरा करने के लिए सुरक्षा बलों और पुलिस को सक्रिय रूप से संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए कहा। स्थिति की समीक्षा के लिए आखिरी बैठक 28 दिसंबर को हुई थी।