राजस्थान में सचिन पायलट का सरकार के विरुद्ध अनशन का आवाहन, कांग्रेस में संकट
17:59 09.04.2023 (अपडेटेड: 14:54 11.04.2023)

© AFP 2023 MANAN VATSYAYANA
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सचिन पायलट और अशोक गहलोत राजस्थान में कांग्रेस के दो प्रमुख नेता हैं, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं। लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के बीच बहुत समय से मनमुटाव देखने को मिल रहा है क्यों कि सचिन पायलट बार बार अशोक गहलोत पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं।
राजस्थान राज्य के पूर्व उप प्रमुख सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी ही पार्टी की निष्क्रियता के मुद्दे को उठाने के लिए अनशन की घोषणा की है। पायलट के अनुसार, वे 11 अप्रैल को अपनी भूख हड़ताल करेंगे।
सचिन पायलट ने राजस्थान के सीएम गहलोत पर वसुंधरा राजे की पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों में कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
सचिन पायलट ने राजस्थान के सीएम गहलोत पर वसुंधरा राजे की पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों में कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
सचिन पायलट ने कहा कि "मैंने 5 साल तक वसुंधरा सरकार का विरोध किया है और 2018 में उनको चुनावी मात दी है। हमने जनता से वचन दिया था कि वसुंधरा राजे सरकार के मामलों में जांच होगी और दोषियों को दंड मिलकर रहेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।"
सचिन पायलट एक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनेता और राजस्थान राज्य के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। ये अजमेर से सांसद और केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भी रह चुके हैं। सचिन पायलट 10 फरवरी 2002 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और सन् 2004 में ही 14वीं लोकसभा के सदस्य बने। भारत के सबसे युवा सांसद सचिन पायलट है जो 26 साल की उम्र में संसद बने। लेकिन राजनीतिक उठापटक के बाद इन्हें इस पद से हाथ धोना पड़ा।
