यूक्रेन संकट
मास्को ने डोनबास के लोगों को, खास तौर पर रूसी बोलनेवाली आबादी को, कीव के नित्य हमलों से बचाने के लिए फरवरी 2022 को विशेष सैन्य अभियान शुरू किया था।

बड़े नुकसान के कारण कीव महिलाओं को लड़ाई में भाग लेने के लिए उकसा रहा है

© Sputnik / РИА Новости / मीडियाबैंक पर जाएंDestroyed tank of the Ukraine Armed Forces.
Destroyed tank of the Ukraine Armed Forces. - Sputnik भारत, 1920, 13.09.2023
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डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक के कार्यवाहक प्रमुख के सलाहकार यान गैगिन ने Sputnik के साथ साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों के बड़े नुकसान के कारण कीव शासन महिलाओं को सैन्य अभियानों में भाग लेने के लिए आंदोलन कर रहा है।
उनके अनुसार यूक्रेनी शासन के नवीनतम निर्णयों में मानसिक बीमारियों से पीड़ित लोगों के साथ-साथ विकलांग लोगों और पहले से लड़ाई की स्थिति में सैन्य सेवा के लिए अयोग्य लोगों को सैनिक बनाने का कार्य शामिल है।

"और यूक्रेन में एक नया चलन उभरा है: उन्होंने महिलाओं को सैन्य सेवा में भर्ती करने के लिए एक विज्ञापन अभियान शुरू किया है। यह डॉक्टर जैसी सैन्य नौकरी वाली औरतों पर ही नहीं लागू होता है, यह सिद्धांत रूप से सब महिलाओं पर लागू होता है। वे उन्हें सैन्य कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं," गैगिन ने कहा।

उनके अनुसार इसके अलावा "यूरोपीय देशों से निष्कासन की प्रवृत्ति है जो यूक्रेनियनों की देखभाल करने और यूक्रेनी शरणार्थियों का समर्थन करने से थक गए हैं। सबसे पहले आदमियों को, जिनकी कीमत पर यूक्रेन अपने सशस्त्र बलों की संख्या बढ़ाना चाहता है," एजेंसी के वार्ताकार ने स्पष्ट किया।
मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी आर्थिक मंच के पूर्ण सत्र के दौरान कहा कि 4 जून से शुरू हुए जवाबी हमले के दौरान ही यूक्रेनी सैनिकों ने 71.5 हजार कर्मियों को खो दिया।
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