विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

भारतीय वैज्ञानिकों ने पौधों पर आधारित पॉलीफेनोल्स में अल्जाइमर का खोजा संभावित उपचार

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Cyber brain - Sputnik भारत, 1920, 13.09.2023
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वैज्ञानिकों ने पाया है कि अत्यधिक प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पौधे-आधारित पॉलीफेनोल्स जैसे चेस्टनट और ओक जैसे पेड़ों की टहनियों में पाए जाने वाले टैनिक एसिड अल्जाइमर रोग से निपटने के लिए लागत प्रभावी रणनीति बनाने में मदद कर सकते हैं और न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार को कम कर सकते हैं।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, भारतीय वैज्ञानिकों ने अल्जाइमर रोग से निपटने के लिए एक संभावित उपचार मार्ग की खोज की है।
यह खोज इस गंभीर मस्तिष्क स्थिति के प्रभाव को कम करने के लिए एक किफायती और सुरक्षित तरीका प्रदान कर सकती है और अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्तियों के दुःख को कम करने में मदद कर सकती है।

"यह खोज न केवल अल्जाइमर से प्रभावित लोगों के लिए आशा प्रदान करती है बल्कि भविष्य में दवा के विकास का मार्ग भी प्रशस्त करती है," मंत्रालय ने एक बयान में कहा।

दरअसल ये निष्कर्ष बेंगलुरु में जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR) के शोधकर्ताओं द्वारा केमिकल साइंसेज जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन का हिस्सा हैं। आधिकारिक दावों के अनुसार, अध्ययन दर्शाता है कि टैनिक एसिड अल्जाइमर से निपटने के लिए एक वैचारिक रूप से उन्नत रणनीति की पेशकश करता है।
गौरतलब है कि अल्जाइमर एक व्यापक रूप से प्रचलित प्रगतिशील न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है जो स्मृति और संज्ञानात्मक गिरावट यानी याद्दाश्त हानि और पहचानने की कम क्षमता से संबंधित है, फिर भी दशकों के शोध के बावजूद इस रोग को अभी भी कम समझा जा सका है।
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