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भारतीय वायु सेना स्वदेशी परियोजनाओं के जरिए बढ़ाएगी लड़ाकू क्षमता
भारतीय वायु सेना स्वदेशी परियोजनाओं के जरिए बढ़ाएगी लड़ाकू क्षमता
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भारतीय वायु सेना रक्षा क्षेत्र में कुछ सबसे बड़ी स्वदेशीकरण परियोजनाएं शुरू कर रही है, एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी के नेतृत्व में बल 3.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रमों पर काम कर रहा है।
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भारतीय वायु सेना अपनी लड़ाकू क्षमता बढ़ाने वाली है, हथियारों की सूची में 180 हल्के लड़ाकू विमान मार्क1A, 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, लाइट यूटिलिटी चॉपर वगैरह शामिल हैं, भारतीय मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से कहा।गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना 65,000 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत Su-30MKI लड़ाकू जेट बेड़े को अपग्रेड करने के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम शुरू कर रही है। यह परियोजना स्वदेशी तौर पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और भारतीय वायु सेना की एक संयुक्त टीम द्वारा स्वदेशी रडार, एवियोनिक्स और विमान पर सुसज्जित हथियारों के साथ संचालित की जाएगी।खुफिया, निगरानी, लक्ष्य प्राप्ति और टोही (ISTAR) विमान भारतीय वायु सेना को लड़ाई के क्षेत्र में पारदर्शिता और सटीक जागरूकता प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण से सुसज्जित होगा। इससे भारतीय वायु सेना को मारक क्षमता के मामले में बड़ा बढ़ावा मिलने जा रहा है।बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में भारतीय वायु सेना के प्रोजेक्ट 'कुशा' को मंजूरी दे दी है जिसके तहत उसे लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (LR-SAM) की पांच इकाइयां मिलने जा रही हैं।
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भारतीय वायु सेना में स्वदेशीकरण परियोजनाएं, भारतीय वायु सेना के स्वदेशी प्रोजेक्ट्स, हल्के लड़ाकू विमान, रक्षा मंत्रालय की मंजूरी, वायु सेना की सेवा का हिस्सा, भारतीय वायु सेना की परियोजना, भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित, शक्तिशाली उपकरण से सुसज्जित हथियार, भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता, भारतीय वायु सेना के प्रोजेक्ट कुशा को मंजूरी, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (lr-sam), वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली, रूसी मूल के s-400 की क्षमता
भारतीय वायु सेना में स्वदेशीकरण परियोजनाएं, भारतीय वायु सेना के स्वदेशी प्रोजेक्ट्स, हल्के लड़ाकू विमान, रक्षा मंत्रालय की मंजूरी, वायु सेना की सेवा का हिस्सा, भारतीय वायु सेना की परियोजना, भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित, शक्तिशाली उपकरण से सुसज्जित हथियार, भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता, भारतीय वायु सेना के प्रोजेक्ट कुशा को मंजूरी, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (lr-sam), वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली, रूसी मूल के s-400 की क्षमता
भारतीय वायु सेना स्वदेशी परियोजनाओं के जरिए बढ़ाएगी लड़ाकू क्षमता
वायु सेना रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण परियोजनाएं शुरू कर रही है, एयर चीफ मार्शल के नेतृत्व में बल 3.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रमों पर काम कर रहा है।
भारतीय वायु सेना अपनी
लड़ाकू क्षमता बढ़ाने वाली है, हथियारों की सूची में 180 हल्के लड़ाकू विमान
मार्क1A, 156 हल्के
लड़ाकू हेलीकॉप्टर, लाइट यूटिलिटी चॉपर वगैरह शामिल हैं, भारतीय मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से कहा।
"वायु सेना को 180 एलसीए मार्क1A विमान मिल रहे हैं, जिनमें से 83 विमानों के पहले अनुबंध पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं, जबकि शेष 97 विमानों के लिए परियोजना अभी बाकी है, जल्द ही रक्षा मंत्रालय की मंजूरी मिलने वाली है," भारत में निर्मित स्वदेशी परियोजनाओं का विवरण देते हुए अधिकारियों ने कहा।
गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना 65,000 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत Su-30MKI लड़ाकू जेट बेड़े को अपग्रेड करने के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम शुरू कर रही है। यह परियोजना स्वदेशी तौर पर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और भारतीय वायु सेना की एक संयुक्त टीम द्वारा स्वदेशी रडार, एवियोनिक्स और विमान पर सुसज्जित हथियारों के साथ संचालित की जाएगी।
खुफिया, निगरानी, लक्ष्य प्राप्ति और टोही (ISTAR) विमान भारतीय वायु सेना को लड़ाई के क्षेत्र में पारदर्शिता और सटीक जागरूकता प्राप्त करने के लिए एक
शक्तिशाली उपकरण से सुसज्जित होगा। इससे भारतीय वायु सेना को मारक क्षमता के मामले में बड़ा बढ़ावा मिलने जा रहा है।
बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में भारतीय वायु सेना के प्रोजेक्ट '
कुशा' को मंजूरी दे दी है जिसके तहत उसे लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली
मिसाइल (LR-SAM) की पांच इकाइयां मिलने जा रही हैं।