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इसरो का गगनयान परीक्षण वाहन 21 अक्टूबर को किया जाएगा प्रक्षेपित
इसरो का गगनयान परीक्षण वाहन 21 अक्टूबर को किया जाएगा प्रक्षेपित
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भारत का सबसे महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन "गगनयान" के परीक्षण वाहन की विकास उड़ान (TV-D1) का प्रक्षेपण 21 अक्टूबर को किया जाएगा।
2023-10-11T12:16+0530
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भारत सरकार में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने चंद्रयान मिशन से जुड़े इसरो वैज्ञानिकों के एक अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि गगनयान परीक्षण वाहन विकास उड़ान का प्रक्षेपण इसी महीने के 21 तारीख को किया जाएगा। मंत्री ने आगे बताया कि परीक्षण में क्रू मॉड्यूल को बाहरी अंतरिक्ष में लॉन्च करके इसे बंगाल की खाड़ी में टचडाउन के बाद दोबारा प्राप्त करना शामिल है, इसके साथ साथ भारतीय नौसेना के जवानों ने मॉड्यूल को पुनर्प्राप्त करने के लिए पहले ही मॉक ऑपरेशन शुरू कर दिया है। गगनयान परियोजना के तहत मानव दल को 400 किमी ऊपर कक्षा में लॉन्च किया जाएगा और उसके बाद सभी को पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने की परिकल्पना की गई है। गगनयान मिशन के लिए आवश्यक शर्तों में चालक दल को सुरक्षित रूप से अंतरिक्ष में ले जाने के लिए मानव रेटेड लॉन्च वाहन, अंतरिक्ष में चालक दल को पृथ्वी जैसा वातावरण प्रदान करने के लिए जीवन समर्थन प्रणाली, चालक दल के आपातकालीन भागने के प्रावधान और प्रशिक्षण, पुनर्प्राप्ति के लिए चालक दल प्रबंधन पहलुओं को विकसित करने और चालक दल का पुनर्वास सहित कई महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों का विकास शामिल है।
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गगनयान परीक्षण वाहन 21 अक्टूबर को किया जाएगा प्रक्षेपित, इसरो का गगनयान परीक्षण, महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन "गगनयान", परीक्षण वाहन की विकास उड़ान 21 अकटूबर को, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह, चंद्रयान, gaganyaan test vehicle will be launched on october 21, isro's gaganyaan test, ambitious space mission "gaganyaan", development flight of the test vehicle on october 21, union minister of state for science and technology and space jitendra singh, chandrayaan
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इसरो का गगनयान परीक्षण वाहन 21 अक्टूबर को किया जाएगा प्रक्षेपित
भारत का सबसे महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन "गगनयान" के परीक्षण वाहन की विकास उड़ान (TV-D1) का प्रक्षेपण 21 अक्टूबर को किया जाएगा।
भारत सरकार में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने चंद्रयान मिशन से जुड़े इसरो वैज्ञानिकों के एक अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि गगनयान परीक्षण वाहन विकास उड़ान का प्रक्षेपण इसी महीने के 21 तारीख को किया जाएगा।
"इसरो क्रू एस्केप सिस्टम की प्रभावकारिता का भी परीक्षण करेगा जो "गगनयान" मिशन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके परिणामस्वरूप 2024 तक बाहरी अंतरिक्ष में मानव रहित और मानवयुक्त मिशन होंगे। क्रू मॉड्यूल गगनयान मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को बाहरी अंतरिक्ष में ले जाएगा," जितेंद्र सिंह ने कहा।
मंत्री ने आगे बताया कि परीक्षण में क्रू मॉड्यूल को बाहरी
अंतरिक्ष में लॉन्च करके इसे बंगाल की खाड़ी में टचडाउन के बाद दोबारा प्राप्त करना शामिल है, इसके साथ साथ भारतीय नौसेना के जवानों ने मॉड्यूल को पुनर्प्राप्त करने के लिए पहले ही मॉक ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
"इस परीक्षण की सफलता पहले मानव रहित "गगनयान" मिशन और अंततः पृथ्वी की निचली कक्षा में बाहरी अंतरिक्ष में मानवयुक्त मिशन के लिए मंच तैयार करेगी। अंतिम मानवयुक्त "गगनयान" मिशन से पहले, अगले साल एक परीक्षण उड़ान होगी, जिसमें महिला रोबोट अंतरिक्ष यात्री "व्योममित्रा" जाएगी," उन्होंने कहा।
गगनयान परियोजना के तहत मानव दल को 400 किमी ऊपर कक्षा में लॉन्च किया जाएगा और उसके बाद सभी को पृथ्वी पर वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करने की परिकल्पना की गई है।
गगनयान मिशन के लिए आवश्यक शर्तों में चालक दल को सुरक्षित रूप से अंतरिक्ष में ले जाने के लिए मानव रेटेड लॉन्च वाहन, अंतरिक्ष में चालक दल को पृथ्वी जैसा वातावरण प्रदान करने के लिए जीवन समर्थन प्रणाली, चालक दल के आपातकालीन भागने के प्रावधान और प्रशिक्षण, पुनर्प्राप्ति के लिए चालक दल प्रबंधन पहलुओं को विकसित करने और चालक दल का पुनर्वास सहित कई
महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों का विकास शामिल है।