विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

भारत के अंतरिक्ष स्टार्टअप स्काई रूट एयरोस्पेस ने जुटाए और 27.5 मिलियन डॉलर

© NASA . JPL-CaltechThe blue dots in this field of galaxies, known as the COSMOS field, show galaxies that contain supermassive black holes emitting high-energy X-rays
The blue dots in this field of galaxies, known as the COSMOS field, show galaxies that contain supermassive black holes emitting high-energy X-rays - Sputnik भारत, 1920, 30.10.2023
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भारत में अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप स्काई रूट एयरोस्पेस ने सिंगापुर के टेमासेक के नेतृत्व में फंडिंग के नए दौर में 27.5 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, यह जानकारी कंपनी ने सोमवार को मीडिया से साझा की।
चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद भारत में अंतरिक्ष उद्योग से संबंधित कंपनियों में काफी वृद्धि देखने को मिली है। इससे पहले अंतरिक्ष उद्योग के दूसरे स्टार्ट अप अग्निकुल कॉसमॉस ने भी लगभग 27 मिलियन जुटाए थे।
भारत में स्काईरूट 2022 में पहले ही एक निजी रॉकेट लॉन्च कर चुका है और कंपनी का प्लान अगले साल दूसरा वाणिज्यिक रॉकेट, विक्रम-I लॉन्च करने का है।

"जैसा कि हम अगले साल की शुरुआत में अपने दूसरे मिशन के लॉन्च की तैयारी कर रहे हैं, यह नई फंडिंग हमें अगले दो वर्षों में नियोजित हमारे आगामी लॉन्च में तेजी लाने में सक्षम बनाएगी," स्काईरूट के सह-संस्थापक पवन कुमार चंदना ने मीडिया से कहा।

भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ISRO के सफल अंतरिक्ष मिशनों के बाद देश में स्थित निजी कंपनियों को काफी फायदा हुआ है।
अग्निकुल कॉसमॉस नाम के अंतरिक्ष स्टार्टअप ने हाल ही में अपना पहला रॉकेट लॉन्च करने से पहले 26.7 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, अब तक यह कंपनी 40 मिलियन डॉलर की राशि जुटा चुकी है। वहीं स्काई रूट ने अब तक 95 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
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ISRO Congratulates Japan on Successful Launch of Moon Sniper Lander, X-Ray Telescope  - Sputnik भारत, 1920, 17.10.2023
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भारत के अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्नीकुल ने रॉकेट के प्रक्षेपण से पहले जुटाए 2 अरब रुपए
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