Обломки зданий, пострадавших в результате ракетных ударов ВС Израиля по Газе - Sputnik भारत, 1920
इज़राइल-हमास युद्ध

अमेरिका कतर के माध्यम से हमास के नेतृत्व के साथ संपर्क बनाए रखता है: राजनयिक स्रोत

© AFP 2023 ARIS MESSINISA picture taken from near the southern Israeli city of Sderot on October 28, 2023, shows smoke raising during an Israeli air strike in the northern Gaza Strip on October 28.
A picture taken from near the southern Israeli city of Sderot on October 28, 2023, shows smoke raising during an Israeli air strike in the northern Gaza Strip on October 28.  - Sputnik भारत, 1920, 31.10.2023
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कतर के दोहा में एक राजनयिक सूत्र ने Sputnik को बताया कि वाशिंगटन कतर के माध्यम से हमास के नेतृत्व के साथ संपर्क बनाए रखता है।

सूत्र ने बताया, "संयुक्त राज्य अमेरिका हमास के साथ संपर्क में है। वे कतर के माध्यम से ऐसा करते हैं।"

यह खबर उसके बाद सामने आई है जब व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि वाशिंगटन गाजा में संघर्ष विराम का विरोध कर रहा है क्योंकि इससे कथित तौर पर हमास को फायदा होगा।
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष में वृद्धि 7 अक्टूबर को हुई थी, जब फ़िलिस्तीनी समूह हमास ने गाजा पट्टी से यहूदी राज्य पर एक आश्चर्यजनक बड़े पैमाने पर हमला किया था, जिसके बाद इज़राइल रक्षा बलों ने जवाबी हवाई हमले किए।

फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष का इतिहास

29 नवंबर 1947 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने जॉर्डन नदी के वेस्ट बैंक में दो राज्यों यानी यहूदी और अरब के निर्माण के लिए मतदान किया था, इसके साथ यरूशलेम ने एक अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र का दर्जा बरकरार रखा था। 4 मई 1948 को इजरायल की स्वतंत्रता की घोषणा की गई। इसके तुरंत बाद, अरब देशों यानी मिस्र, सीरिया, जॉर्डन, लेबनान, इराक ने नवगठित राज्य के खिलाफ युद्ध शुरू कर दिया

1967 के छह दिवसीय युद्ध के दौरान, इज़राइल ने पूर्वी यरुशलम सहित गाजा पट्टी और जॉर्डन नदी के वेस्ट बैंक पर कब्जा कर लिया। यहूदी आबादी फिलिस्तीनी भूमि पर आने लगी, जिसके कारण फिलिस्तीनियों का बड़े पैमाने पर पुनर्वास हुआ।

पहली इंतिफादा (कब्जे वाले क्षेत्रों में इजरायली शासन के खिलाफ फिलिस्तीनी विद्रोह) के बाद, फिलिस्तीन की अंतरिम स्वशासन के लिए सिद्धांतों की घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए। यह अवधि 5 वर्ष लंबी होने वाली थी। इसकी शुरुआत गाजा पट्टी और जेरिको (वेस्ट बैंक) से इजरायली सैनिकों की पुनः तैनाती के साथ होनी थी और फिलिस्तीनी क्षेत्रों की अंतिम स्थिति के निर्धारण के साथ समाप्त होनी थी।

1996 में फिलिस्तीन में पहला चुनाव हुआयासर अराफात को फिलिस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।

दूसरी इंतिफ़ादा के बाद, 2002 में रूस, अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र ने "रोड मैप" नामक एक शांति योजना प्रस्तावित की। इस में वार्ता की बहाली, संघर्ष के समाधान और एक स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य के निर्माण के सिद्धांत शामिल थे।

2005 में इज़राइल ने बिना किसी राजनीतिक समझौते के एकतरफा तरीके से गाजा पट्टी से अपने सैनिकों को पूरी तरह से वापस ले लिया।

25 जनवरी 2006 को दूसरा चुनाव हुआ। फ़िलिस्तीनी विधान परिषद में हमास ने बहुमत हासिल की यानी 80 सीटें, फ़तह को 43 सीटें मिलीं। जून 2007 में, गाजा पट्टी में दो संगठनों यानी फतह (जिसने 2006 के चुनावों के बाद शासन खोया) और हमास के बीच एक सैन्य संघर्ष हुआ। इसके परिणामस्वरूप अधिकांश फतह कार्यकर्ताओं को वहां से हटाने के बाद, हमास ने गाजा पट्टी पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया।

एक बार फिर स्थिति तेजी से बिगड़ गई जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने 2018 में येरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने की घोषणा की और अमेरिकी दूतावास को वहां स्थानांतरित कर दिया।

29 नवंबर 2012 को, फ़िलिस्तीन को संयुक्त राष्ट्र में पर्यवेक्षक राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ, जिसे कई लोग अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा फ़िलिस्तीनी राज्य के दर्जे की वास्तविक मान्यता के रूप में देखते हैं।

गाजा पट्टी से रॉकेट हमलों के परिणामस्वरूप, इज़राइल ने 2008 से हमास के बुनियादी ढांचे के खिलाफ वहां अभियान चला रहा है। आखिरी अभियान मई 2023 में हुआ।
रूस ने इज़राइल और फिलिस्तीन से गोलीबारी बंद करने और बातचीत की मेज पर लौटने का आह्वान किया।
Israeli tanks are positioned near kibbutz Kfar Aza - Sputnik भारत, 1920, 31.10.2023
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