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साल 2023 में भारत में कैसी रही 'मेक इन इंडिया' की प्रगति?

© AP Photo / Saurabh DasIndian Prime Minister Narendra Modi, center, unveils the logo of 'Make in India' initiative in New Delhi, India, Sept. 25, 2014. India on Thursday said it would ramp up its production of military equipment, including helicopters, tank engines, missiles and airborne early warning systems, to offset any potential shortfall from its main supplier Russia.
Indian Prime Minister Narendra Modi, center, unveils the logo of 'Make in India' initiative in New Delhi, India, Sept. 25, 2014. India on Thursday said it would ramp up its production of military equipment, including helicopters, tank engines, missiles and airborne early warning systems, to offset any potential shortfall from its main supplier Russia. - Sputnik भारत, 1920, 31.12.2023
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में सत्ता में आए थे, जिसके बाद उन्होंने कई नए कार्यक्रमों की शुरुआत की, जिनमें से 'मेक इन इंडिया' एक था। इसका उद्देश्य देश को एक विनिर्माण क्षेत्र में बदलना और देश विदेश से निवेश को आकर्षित करना भी था।
'मेक इन इंडिया' का व्यापक लक्ष्य देश में इनोवेशन,स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देना और वैश्विक बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में देश की स्थिति को ऊपर उठाना है।
सरकार ने इस साल मेक इन इंडिया को लेकर बहुत प्रयास किए हैं, इसके साथ साथ यह वर्ष वैश्विक विनिर्माण क्षेत्र में महाशक्ति बनने के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण वर्ष रहा। लॉन्च होने के बाद से लेकर अब तक विनिर्माण क्षेत्र में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। अगर इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र की बात की जाए तो अब तक इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के अलावा लगभग दो अरब स्मार्टफोन और फीचर फोन देश में असेंबल किए गए हैं।
साल 2023 में, भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और सेमीकंडक्टर देश में बनाने के लिए दुनिया भर की कंपनियों के साथ कुछ बड़े सौदों को अंतिम रूप दिया। इस पहल के जरिए भारत सरकार देश के आर्थिक परिदृश्य को मजबूत करने और विनिर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने में सफल रही है।
हाल ही में, केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए बताया कि साल 2023 में भारत के कुल निर्यात का आधे प्रतिशत से अधिक व्यापारिक इसके बाद सेवा निर्यात था। सरकार की इस पहल से देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिला है।
आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले वित्त वर्ष में कुल 762 अरब डॉलर का निर्यात दर्ज किया गया, जिसमें 453 अरब डॉलर व्यापारिक और 309 अरब डॉलर सेवा निर्यात था।

'मेक इन इंडिया' का व्यापक लक्ष्य नवाचार को बढ़ावा देना था। यह पहल ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ा, रक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा सहित कई उद्योगों तक फैली हुई है।

2023 साल के अंत में Sputnik India साझा करने जा रहा है कि भारत में इस वर्ष मेक इन इंडिया अलग अलग क्षेत्रों में कैसा रहा और किस तरह की चुनौतियों का देश ने सामना किया।

इलेक्ट्रॉनिक्स

सरकार ने मई में 17,000 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय के साथ आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना के दूसरे चरण को अधिसूचित किया गया, जो पहले चरण से दोगुना है।
सरकार ने योजना के तहत डेल, एचपी इंडिया, फ्लेक्स्ट्रॉनिक्स इंडिया, वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज, नेटवेब टेक्नोलॉजीज, लेनोवो और 21 अन्य के प्रस्तावों को अगले पांच वर्षों में भारत में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की कुल प्रतिबद्धता के लिए मंजूरी दे दी है।
वर्ष की कुछ प्रमुख घोषणाएं कैलिफोर्निया स्थित चिप निर्माता इंटेल ने भारत में लैपटॉप निर्माण में तेजी लाने के लिए भगवती प्रोडक्ट्स, डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया, कायन्स टेक्नोलॉजी इंडिया, ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स, पैनाचे डिजीलाइफ, स्माइल इलेक्ट्रॉनिक्स, सिरमा एसजीएस टेक्नोलॉजी और वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट के साथ साझेदारी की है।
ईटी ने बताया कि भारत में फॉक्सकॉन ने स्मार्टफोन एक्सेसरीज बनाने के लिए बेंगलुरु में एक नई इकाई स्थापित करने के लिए 500 मिलियन डॉलर तक का निवेश करने की योजना बनाई है। यह भारत में इसकी विस्तार योजनाओं का हिस्सा है, जहां दिसंबर में राज्य द्वारा अतिरिक्त निवेश को मंजूरी देने के बाद कर्नाटक में इसका कुल निवेश 2.7 अरब डॉलर हो गया है।
© AP Photo / Channi AnandIndian workers polish pressure cookers at a manufacturing factory in Jammu, India. (File)
Indian workers polish pressure cookers at a manufacturing factory in Jammu, India. (File) - Sputnik भारत, 1920, 28.12.2023
Indian workers polish pressure cookers at a manufacturing factory in Jammu, India. (File)
वहीं पैनासोनिक इलेक्ट्रिक वर्क्स इंडिया (PEWIN) ने सितंबर में आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में अपनी इकाई में क्षमता बढ़ाने के लिए 300 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश की घोषणा की।
इसके बाद दुनिया के सबसे बड़े तकनीकी महारथियों में से एक Google ने घोषणा की कि वह जल्द ही भारत में Pixel 8 का निर्माण शुरू कर देगा, जिसका पहला सेट 2024 में लॉन्च होगा। Google ने HP के साथ साझेदारी में भारतीय छात्रों के लिए किफायती और सुरक्षित कंप्यूटिंग तक पहुंच बढ़ाने के लिए Chromebook के स्थानीय उत्पादन की भी घोषणा की।
समय के साथ सरकार टेस्ला के साथ एक समझौते पर पहुंच रही है, जिससे दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं में से एक अगले साल से देश में अपनी कारें भेज सकेगा और दो साल के भीतर एक कारखाना स्थापित कर सकेगा।
टेस्ला का प्रतिद्वंद्वी वियतनामी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) निर्माता विनफास्ट ऑटो भी अपनी नियोजित विनिर्माण सुविधा के लिए जमीन की खरीदारी कर रहा है, और वे पहले ही तमिलनाडु में दो स्थानों की समीक्षा कर चुका है।

सेमीकंडक्टर उद्योग

भारत ने सेमीकंडक्टर विनिर्माण के लिए परिधीय उद्योगों में कंपनियों को देश में उद्योग स्थापित करने के लिए भारत सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के तहत बोलियां भी आमंत्रित कीं। इस साल गुजरात स्थित इडाहो मुख्यालय वाली कंपनी ने जून में 75 अरब डॉलर के चिप पैकेजिंग प्लांट की घोषणा की, जो ISM के तहत निर्माण शुरू करने वाली पहली विदेशी कंपनी बन गई।
ईटी ने जुलाई में रिपोर्ट दी थी कि ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण इकाइयां शुरू करने के लिए प्रौद्योगिकी और संयुक्त उद्यम साझेदारी के लिए फॉक्सकॉन और जापान के TMH समूह के साथ बातचीत कर रही है।
इसके अलावा हाल ही में 3D स्टैकिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और बहुत कुछ सहित सेमीकंडक्टर तकनीक के डिजाइन और विकास के लिए चिप निर्माता AMD ने बेंगलुरु में 500,000 वर्ग फुट के परिसर का अनावरण किया।
कायन्स टेक्नोलॉजी की 100% सहायक कंपनी कायन्स सेमीकॉन ने स्वचालित परीक्षण उपकरण (एटीई) और विश्वसनीयता परीक्षण के साथ आउटसोर्स सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण (OST) के लिए हैदराबाद में एक सुविधा में 850 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की।
विश्व स्तर पर अपनी सॉफ्टवेयर साख स्थापित करने से पहले दशकों पहले कंप्यूटर हार्डवेयर और बाह्य उपकरणों के निर्माता HCL समूह भारत के तेजी से विकसित हो रहे सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र में लगभग 300 मिलियन डॉलर की महत्वाकांक्षी प्रविष्टि की योजना भी बना रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सेमीकंडक्टर्स के लिए असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग (ATM) यूनिट स्थापित करने के लिए केंद्र को एक प्रस्ताव सौंपने के करीब है।
इस तरह, इस साल भारत में 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम बहुत सफल रही। बहुत उपलब्धियां मिलीं उसको, जो उसको आगे बढ़ाने में मदद दे सकती हैं।
Microchip production - Sputnik भारत, 1920, 16.10.2023
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट एक साल में मिलने की उम्मीद: आईटी मंत्री
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