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मेजर राजप्रसाद द्वारा विकसित बहुलक्ष्य विस्फोट प्रणाली पेटेंट के साथ सेना में शामिल
मेजर राजप्रसाद द्वारा विकसित बहुलक्ष्य विस्फोट प्रणाली पेटेंट के साथ सेना में शामिल
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भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स में मेजर राजप्रसाद आरएस द्वारा पोर्टेबल मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस (WEDC) विकसित किया गया था, जिसका पेटेंट भारतीय सेना ने हासिल कर एक नई उपलब्धि हासिल कर ली है।
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हाल ही में भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स में मेजर राजप्रसाद आरएस द्वारा पोर्टेबल मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस (WEDC) विकसित किया गया है, जिसका पेटेंट भारतीय सेना ने हासिल कर एक नई उपलब्धि हासिल कर ली है।भारतीय सेना द्वारा जारी बयान में कहा गया कि यह प्रणाली 400 मीटर सीमा वाली एक यांत्रिक रूप से संचालित वायर पर आधारित प्रणाली है। यह डिवाइस एक माइक्रोप्रोसेसर आधारित इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है जो वायर्ड और वायरलेस दोनों मोड में फायरिंग के साथ 2.5 किलोमीटर की लंबी रेंज प्रदान करता है।भारतीय सेना के मेजर राजप्रसाद का इस डिवाइस को बनाने का उद्देश्य कई लक्ष्यों पर किए जाने वाले विस्फोट की सुरक्षा और विश्वसनीयता को बढ़ाने के अलावा पहले से इस्तेमाल किए गए एक्सप्लोडर डायनमो कैपेसिटर की सीमाओं को बढ़ाना भी था।इस प्रणाली का उपयोग दुश्मन के ठिकानों और लंबी दूरी तक आईईडी को नष्ट करने के लिए भी किया जा सकता है।
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भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स में मेजर राजप्रसाद आरएस, मेजर राजप्रसाद आरएस, पोर्टेबल मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस क्या है?,पोर्टेबल मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस किसने किया विकसित?, भारतीय सेना ने कब हासिल किया पेटेंट, मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस कैसे काम करता है?
भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स में मेजर राजप्रसाद आरएस, मेजर राजप्रसाद आरएस, पोर्टेबल मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस क्या है?,पोर्टेबल मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस किसने किया विकसित?, भारतीय सेना ने कब हासिल किया पेटेंट, मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस कैसे काम करता है?
मेजर राजप्रसाद द्वारा विकसित बहुलक्ष्य विस्फोट प्रणाली पेटेंट के साथ सेना में शामिल
इस डिवाइस की मदद से सेना के जवानों की सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाने के साथ-साथ एक निश्चित दूरी से वायर और वायर के बिना धमाका किया जा सकता है, इसे भारतीय सेना में भी शामिल कर लिया गया है।
हाल ही में भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स में मेजर राजप्रसाद आरएस द्वारा पोर्टेबल मल्टी टारगेट डेटोनेशन डिवाइस (WEDC) विकसित किया गया है, जिसका पेटेंट भारतीय सेना ने हासिल कर एक नई उपलब्धि हासिल कर ली है।
भारतीय सेना द्वारा जारी बयान में कहा गया कि यह प्रणाली 400 मीटर सीमा वाली एक यांत्रिक रूप से संचालित वायर पर आधारित प्रणाली है। यह डिवाइस एक माइक्रोप्रोसेसर आधारित
इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है जो वायर्ड और वायरलेस दोनों मोड में फायरिंग के साथ 2.5 किलोमीटर की लंबी रेंज प्रदान करता है।
भारतीय सेना के मेजर राजप्रसाद का इस डिवाइस को बनाने का उद्देश्य कई लक्ष्यों पर किए जाने वाले विस्फोट की सुरक्षा और विश्वसनीयता को बढ़ाने के अलावा पहले से इस्तेमाल किए गए एक्सप्लोडर डायनमो कैपेसिटर की सीमाओं को बढ़ाना भी था।
इस प्रणाली का उपयोग दुश्मन के ठिकानों और लंबी दूरी तक आईईडी को नष्ट करने के लिए भी किया जा सकता है।