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स्वदेशी वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग प्रणाली के आगमन से भारतीय सेना को बड़ी राहत

© Photo : DRDOLaunching of a Quick Reaction Surface-to-Air Missile (QRSAM) from the Integrated Test Range (ITR) Chandipu (DRDO)
Launching of a Quick Reaction Surface-to-Air Missile (QRSAM) from the Integrated Test Range (ITR) Chandipu (DRDO) - Sputnik भारत, 1920, 05.04.2024
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घरेलू स्तर पर निर्मित प्रणाली अपने वाहन-आधारित डिजाइन के कारण यह प्रणाली अत्यधिक मोबाइल है और यही कारण है कि यह भारत के उत्तर और उत्तर-पूर्व क्षेत्रों में हिमालय जैसे अत्यंत कठिन संचार क्षेत्रों में भी हवाई संकटों से निपटने में भी सक्षम है।
भारत के रक्षा बल वर्तमान में नवीनतम सैन्य उपकरणों और प्रौद्योगिकियों को सम्मिलित करने के साथ एक विशाल आधुनिकीकरण प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। इसी कड़ी में इस सप्ताह एक नए प्लेटफॉर्म की शुरुआत से भारतीय सेना को राहत मिली है।
इस 'आकाशतीर' नामक स्वदेशी वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग प्रणाली के भारतीय सेना में सम्मिलित हो जाने से सेना की क्षमताएं अत्यधिक रूप से घातक हो गईं हैं । भारतीय सेना ने इसे "रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के अनुरूप वायुरक्षा संचालन के स्वचालन" के क्षेत्र में "महत्वपूर्ण प्रेरणा" कहा।

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "आत्मनिर्भर रक्षा के लिए बड़ी छलांग। पूरी तरह से स्वदेशी वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग प्रणाली (आकाशतीर) की पहली खेप को आज डीसीओएएस (सीडी एंड एस), लेफ्टिनेंट जनरल जेबी चौधरी ने बीईएल की गाजियाबाद इकाई से सीएमडी बीईएल की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।"

© PhotoIndian Army Gets Shot in the Arm With Arrival of Indigenous Air Defence Control & Reporting System
Indian Army Gets Shot in the Arm With Arrival of Indigenous Air Defence Control & Reporting System - Sputnik भारत, 1920, 05.04.2024
Indian Army Gets Shot in the Arm With Arrival of Indigenous Air Defence Control & Reporting System
गौरतलब है कि प्रोजेक्ट आकाशतीर का मुख्य उद्देश्य देश के वायु रक्षा नेटवर्क की स्थितिजन्य जागरूकता को इस स्तर तक बढ़ाना है कि यह मित्रवत विमानों की पहचान कर सके और सटीकता के "अभूतपूर्व स्तर" के साथ दुश्मन के जेट विमानों का सामना कर सके। .

आकाशतीर को भारतीय सेना के लिए एक प्रमुख बूस्टर के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, क्योंकि यह अपनी स्वचालन प्रक्रिया के माध्यम से दक्षिण एशियाई राष्ट्र की वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग प्रक्रिया को परिवर्तित करने के लिए तैयार है। इसके अतिरिक्त , इसकी प्रमुख विशेषताओं में से एक इसका गतिशीलता पर ध्यान केंद्रित करना है।
Defense Minister Rajnath Singh's visit to Arunachal Pradesh. - Sputnik भारत, 1920, 01.04.2024
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