https://hindi.sputniknews.in/20240422/russian-forces-captured-most-powerful-variant-of-leopard-2-transferred-to-ukraine-7188145.html
रूसी सेना ने यूक्रेन में स्थानांतरित लेपर्ड 2 के सबसे शक्तिशाली संस्करण पर किया कब्जा
रूसी सेना ने यूक्रेन में स्थानांतरित लेपर्ड 2 के सबसे शक्तिशाली संस्करण पर किया कब्जा
Sputnik भारत
रूसी रक्षा मंत्री सर्गे शोइगू ने फरवरी में कहा कि यूक्रेन ने प्राप्त किए गए तेंदुए के आधे से अधिक टैंक खो दिए।
2024-04-22T14:15+0530
2024-04-22T14:15+0530
2024-04-22T15:31+0530
यूक्रेन संकट
रूस
रूसी सेना
विशेष सैन्य अभियान
सैन्य तकनीक
रूसी सैन्य तकनीक
सैन्य प्रौद्योगिकी
लेपर्ड टैंक
यूक्रेन सशस्त्र बल
यूक्रेन का जवाबी हमला
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/04/16/7190201_0:155:3089:1892_1920x0_80_0_0_f5c5b34f12df2c4ed47b66708f022449.jpg
मिलिट्री वॉच मैगज़ीन की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन संघर्ष क्षेत्र से एक फुटेज ने पुष्टि की है कि रूस सेना यूक्रेनी सशस्त्र बलों को दिए गए टैंक लेपर्ड 2 के सबसे शक्तिशाली संस्करण को पकड़ने में कामयाब रही।गौरतलब है कि जून 2023 की शुरुआत में यूक्रेनी सेना द्वारा रूसी ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले का प्रयास करने के बाद से लेपर्ड 2 टैंकों को बहुत गंभीर नुकसान हुआ है। लेपर्ड 2A6s पहले पश्चिमी निर्मित बख्तरबंद वाहनों में से एक था, जिसे रूसी सेना द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।लेख में संक्षेप में बताया गया है कि साल 2024 में इस टैंक के युद्ध संचालन की रिपोर्टें कम हो गईं, क्योंकि इस टैंक के प्रदर्शन के संबंध में पश्चिमी उम्मीदें पूरी नहीं हुईं।
https://hindi.sputniknews.in/20240103/yuukren-ko-bheje-ge-leprid-2-taink-kaam-krine-men-skshm-nhiin-jrimn-saansd-6070486.html
रूस
यूक्रेन
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/04/16/7190201_179:0:2908:2047_1920x0_80_0_0_1a8ec29ff3d84bd224a5376fcd119cab.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
रूसी सेना, यूक्रेन में स्थानांतरित लेपर्ड 2, रूसी रक्षा मंत्री सर्गे शोइगू, विशेष सैन्य अभियान, यूक्रेनी बलों के साथ लड़ाई, रूसी ठिकानों पर हमला, लेपर्ड 2a6 टैंक पर कब्जा, टैंक के युद्ध संचालन, लेपर्ड 2 टैंकों का नुकसान, लेपर्ड 2a7 की संख्या, लेपर्ड 2a6 टैंक पर कब्जा,
रूसी सेना, यूक्रेन में स्थानांतरित लेपर्ड 2, रूसी रक्षा मंत्री सर्गे शोइगू, विशेष सैन्य अभियान, यूक्रेनी बलों के साथ लड़ाई, रूसी ठिकानों पर हमला, लेपर्ड 2a6 टैंक पर कब्जा, टैंक के युद्ध संचालन, लेपर्ड 2 टैंकों का नुकसान, लेपर्ड 2a7 की संख्या, लेपर्ड 2a6 टैंक पर कब्जा,
रूसी सेना ने यूक्रेन में स्थानांतरित लेपर्ड 2 के सबसे शक्तिशाली संस्करण पर किया कब्जा
14:15 22.04.2024 (अपडेटेड: 15:31 22.04.2024) रूसी रक्षा मंत्री सर्गे शोइगू ने फरवरी में बताया था कि यूक्रेन ने प्राप्त किए गए आधे से अधिक लेपर्ड टैंक खो दिए।
मिलिट्री वॉच मैगज़ीन की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन संघर्ष क्षेत्र से एक फुटेज ने पुष्टि की है कि रूस सेना यूक्रेनी सशस्त्र बलों को दिए गए टैंक लेपर्ड 2 के सबसे शक्तिशाली संस्करण को पकड़ने में कामयाब रही।
रिपोर्ट में कहा गया, "21 अप्रैल को जारी फुटेज ने पुष्टि की कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी बलों के साथ लड़ाई के दौरान एक लेपर्ड 2A6 टैंक को अपने अधिकार में ले लिया। लेपर्ड 2A6 यूक्रेन को दिया गया लेपर्ड 2 का अब तक का सबसे शक्तिशाली संस्करण है और यूरोपीय टैंकों के बीच 2010 के अंत में सेवा में प्रवेश करने वाले लेपर्ड 2A7 की क्षमताओं से कुछ ही आगे है।"
गौरतलब है कि जून 2023 की शुरुआत में यूक्रेनी सेना द्वारा रूसी ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले का प्रयास करने के बाद से लेपर्ड 2
टैंकों को बहुत गंभीर नुकसान हुआ है। लेपर्ड 2A6s पहले पश्चिमी निर्मित बख्तरबंद वाहनों में से एक था, जिसे रूसी सेना द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।
लेख में संक्षेप में बताया गया है कि साल 2024 में इस टैंक के
युद्ध संचालन की रिपोर्टें कम हो गईं, क्योंकि इस टैंक के प्रदर्शन के संबंध में पश्चिमी उम्मीदें पूरी नहीं हुईं।