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ब्रिटेन को परेशानी है कि Sputnik और RT का प्रभाव पश्चिमी मीडिया से ज्यादा है

© Sputnik / Фотохост-агентство РИА Новости / मीडियाबैंक पर जाएंSputnik and RT at the SPIEF-2023
Sputnik and RT at the SPIEF-2023 - Sputnik भारत, 1920, 28.05.2024
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ब्रिटिश संसद की वेबसाइट पर प्रकाशित दस्तावेजों के अनुसार, ग्रेट ब्रिटेन में चिंता है कि रूसी अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी Sputnik और टेलीविजन चैनल RT प्रसारण कवरेज और प्रभाव के मामले में पश्चिमी मीडिया कंपनियों से आगे हैं।

ब्रिटिश इंटरनेशनल ब्रॉडकास्टिंग एसोसिएशन द्वारा संसद में प्रस्तुत दस्तावेज़ में कहा गया, "आज RT और Sputnik दुनिया भर में प्रसारित होते हैं। रूसी मीडिया के अंतर्राष्ट्रीय संचालन का वैश्विक प्रसार शायद पश्चिमी मीडिया की तुलना में अधिक है।"

बता दें कि अपने प्रसारण कवरेज का विस्तार करने के लिए रूसी राज्य मीडिया कई भाषाओं में सामग्री वितरित करता है। ब्रिटिश विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट ने इस पर प्रकाश डाला कि RT स्पेनिश, अरबी, फ्रेंच और जर्मन में प्रसारण करता है, जबकि Sputnik अमेरिका और अन्य देशों में स्थानीय मीडिया कंपनियों से एयरटाइम किराए पर लेता है।

इसके अलावा, ब्रिटिश इंटरनेशनल ब्रॉडकास्टिंग द्वारा प्रदान किए गए दस्तावेजों में कहा गया है कि भारत, वेनेजुएला, सीरिया, मैक्सिको, ग्वाटेमाला, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका में Sputnik और RT गतिविधियों के विकास पर कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

ब्रिटिश उपभोक्ता समूह वॉयस ऑफ द लिसनर एंड व्यूअर द्वारा ब्रिटिश संसद की वेबसाइट पर प्रकाशित किए गए एक दस्तावेज़ में स्वीकार किया गया है कि Sputnik और RT यूक्रेन संघर्ष के कारण लगे हुए प्रतिबंधों के बावजूद "प्रभाव डालना जारी रखते हैं"।
हाल के वर्षों में पश्चिमी देशों में रूसी मीडिया से जुड़ी स्थिति और ज्यादा मुश्किल हो जाती है। नवंबर 2016 में यूरोपीय संसद ने प्रस्ताव पारित किया था जिसमें रूसी मीडिया का मुकाबला करने की आवश्यकता की बात की गई थी और दस्तावेज़ में Sputnik और RT को मुख्य खतरा बताया गया था।
अमेरिकी सीनेटरों और कांग्रेसियों के साथ-साथ फ्रांस के राष्ट्रपति सहित कई पश्चिमी राजनेताओं ने Sputnik और RT पर अमेरिकी और फ्रांसीसी चुनावों में कथित रूप से हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया गया। रूस के प्रतिनिधियों ने कहा कि यह अभियोग प्रमाणहीन हैं।

हाल ही में यूरोपीय संघ ने प्रमुख रूसी मीडिया के खिलाफ प्रतिबंध लगाकर अपने देशों में उनके प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूसी मीडिया के विरोध प्रतिबंध मीडिया बहुलवाद सुनिश्चित करने के लिए यूरोपीय संघ के दायित्वों की उपेक्षा है।

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