https://hindi.sputniknews.in/20240612/jaishankar-vows-to-strengthen-strategic-partnership-with-russia--7599091.html
जयशंकर ने रूस के साथ रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने का संकल्प लिया
जयशंकर ने रूस के साथ रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने का संकल्प लिया
Sputnik भारत
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को रूस के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर मास्को के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का संकल्प लिया।
2024-06-12T11:59+0530
2024-06-12T11:59+0530
2024-06-12T11:59+0530
भारत-रूस संबंध
रूस
भारत
भारत का विकास
भारत सरकार
विदेश मंत्रालय
रूसी विदेश मंत्रालय
भारत का विदेश मंत्रालय (mea)
सर्गे लवरोव
एस. जयशंकर
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/1e/336093_0:183:2989:1864_1920x0_80_0_0_97deecfed9e6deb18325c553b004a7f2.jpg
जयशंकर ने रूसी समकक्ष सर्गे लवरोव को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर भारत काम करना जारी रखेगा।गौरतलब है कि भारत और रूस के बीच दशकों से घनिष्ठ संबंध हैं, और नई दिल्ली ने फरवरी 2022 में यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान के लिए मास्को की निंदा करने से इनकार कर दिया है, तथा दोनों पक्षों से बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष को समाप्त करने का आग्रह किया है।विशेष सैन्य अभियान के जवाब में पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से नई दिल्ली रूसी कच्चे तेल के शीर्ष खरीदारों में से एक के रूप में उभरी है, और भारत ने इसे अपने लोगों के हित में लिया गया फैसला बताया है।मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में भारत और रूस के बीच व्यापार 65.7 बिलियन डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 33% अधिक है।नई दिल्ली रूस के साथ निवेश संधि पर प्रगति करने के साथ-साथ मास्को के नेतृत्व वाले यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहती है। दोनों देश सैन्य उपकरणों के संयुक्त उत्पादन पर भी चर्चा कर रहे हैं।
https://hindi.sputniknews.in/20240403/india-and-eurasian-economic-union-officials-discuss-starting-fta-talks-7023074.html
रूस
भारत
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/1e/336093_130:0:2859:2047_1920x0_80_0_0_c2ee84c1fe06917a81c363e060fa474b.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
सत्येन्द्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/137983_0:0:390:391_100x100_80_0_0_d7f05508f508b7ccc8f3f1e549c0f145.jpg
रूस के राष्ट्रीय दिवस, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रणनीतिक साझेदारी, रूस, भारत रूस संबंध, सर्गे लवरोव को शुभकामनाएं, रूस को शुभकामनाएं, विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी, रूसी संघ की सरकार, भारत और रूस के बीच संबंध, यूरेशियन आर्थिक संघ, मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर, भारत और रूस के बीच व्यापार, रूसी तेल के खरीदार
रूस के राष्ट्रीय दिवस, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रणनीतिक साझेदारी, रूस, भारत रूस संबंध, सर्गे लवरोव को शुभकामनाएं, रूस को शुभकामनाएं, विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी, रूसी संघ की सरकार, भारत और रूस के बीच संबंध, यूरेशियन आर्थिक संघ, मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर, भारत और रूस के बीच व्यापार, रूसी तेल के खरीदार
जयशंकर ने रूस के साथ रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने का संकल्प लिया
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को रूस के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर मास्को के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का संकल्प लिया।
जयशंकर ने रूसी समकक्ष सर्गे लवरोव को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर भारत काम करना जारी रखेगा।
"रूसी संघ की सरकार और लोगों और विदेश मंत्री सर्गे लवरोव को उनके राष्ट्रीय दिवस पर हार्दिक बधाई। हम अपनी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए काम करते रहेंगे," जयशंकर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट में लिखा।
गौरतलब है कि भारत और रूस के बीच दशकों से घनिष्ठ संबंध हैं, और नई दिल्ली ने फरवरी 2022 में यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान के लिए मास्को की निंदा करने से इनकार कर दिया है, तथा दोनों पक्षों से बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष को समाप्त करने का आग्रह किया है।
विशेष सैन्य अभियान के जवाब में पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से नई दिल्ली रूसी कच्चे तेल के शीर्ष खरीदारों में से एक के रूप में उभरी है, और भारत ने इसे अपने लोगों के हित में लिया गया फैसला बताया है।
मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में
भारत और रूस के बीच व्यापार 65.7 बिलियन डॉलर रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 33% अधिक है।
नई दिल्ली रूस के साथ निवेश संधि पर प्रगति करने के साथ-साथ मास्को के नेतृत्व वाले यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ एक
मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करना चाहती है। दोनों देश सैन्य उपकरणों के संयुक्त उत्पादन पर भी चर्चा कर रहे हैं।