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आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी जम्मू पहुँचे
आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी जम्मू पहुँचे
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जम्मू में आतंकवादियों पर सख्ती से बड़ा प्रहार करने की तैयारी की जा रही है। भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को जम्मू का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।
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विशेषज्ञों के अनुसार, जम्मू में आतंकवादियों पर सख्ती से बड़ा प्रहार करने की तैयारी की जा रही है। भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को जम्मू का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू के डोडा, किश्तवाड़ सहित दूसरे कई इलाक़ों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाई गई है। नई जानकारी के मुताबिक जम्मू के पहाड़ी इलाक़ों में छिपे आतंकवादियों की तादाद 50 से 55 तक हो सकती है, शुरूआती जानकारी केवल 25 से 30 आतंकवादियों की थी। खास तौर पर आतंकवादियों के संचार नेटवर्क और मौजूदगी पर नज़र रखने के लिए टेक्निकल इंटेलीजेंस (टेक इंट) को मज़बूत बनाया जाएगा। सेना के सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी इस समय अत्याधुनिक अल्ट्रा रेडियो सेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं जिनको ट्रैक कर पाना मुश्किल हो रहा है। रेपोर्टों के अनुसार, सेना की रणनीति घने जंगलों और पहाड़ों में आतंकवादियों के छिपने के ठिकानों की तलाश कर उन्हें नष्ट करना है। इसके लिए सैकड़ों किलोमीटर के इलाक़े में जंगलों का घेरा डालकर उनमें तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
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कृष्णमोहन मिश्रा, जम्मू-कश्मीर, भारत, भारतीय सेना, आतंकवाद, सेनाध्यक्ष, लद्दाख, राष्ट्रीय राइफल्स, जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू-कश्मीर पुलिस
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आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी जम्मू पहुँचे
30 जून को सेनाध्यक्ष बनने के बाद जनरल द्विवेदी का यह दूसरा जम्मू दौरा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, जम्मू में आतंकवादियों पर सख्ती से बड़ा प्रहार करने की तैयारी की जा रही है। भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को जम्मू का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया।
रेपोर्टों के अनुसार, सेनाध्यक्ष जनरल द्विवेदी की यात्रा का लक्ष्य जम्मू में सेना, प्रशासन, पुलिस और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आतंकवादियों से निबटने की योजना की समीक्षा करना है।
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू के डोडा, किश्तवाड़ सहित दूसरे कई इलाक़ों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाई गई है। नई जानकारी के मुताबिक जम्मू के पहाड़ी
इलाक़ों में छिपे आतंकवादियों की तादाद 50 से 55 तक हो सकती है, शुरूआती जानकारी केवल 25 से 30 आतंकवादियों की थी।
खास तौर पर आतंकवादियों के संचार नेटवर्क और मौजूदगी पर नज़र रखने के लिए टेक्निकल इंटेलीजेंस (टेक इंट) को मज़बूत बनाया जाएगा। सेना के सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी इस समय अत्याधुनिक अल्ट्रा रेडियो सेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं जिनको ट्रैक कर पाना मुश्किल हो रहा है।
रेपोर्टों के अनुसार, सेना की रणनीति घने जंगलों और
पहाड़ों में आतंकवादियों के छिपने के ठिकानों की तलाश कर उन्हें नष्ट करना है। इसके लिए सैकड़ों किलोमीटर के इलाक़े में जंगलों का घेरा डालकर उनमें तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।