https://hindi.sputniknews.in/20240808/situation-will-become-normal-after-the-new-government-bangladeshi-journalist-on-attacks-on-hindus-7984061.html
नई सरकार बनने के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी: बांग्लादेशी पत्रकार हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर
नई सरकार बनने के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी: बांग्लादेशी पत्रकार हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर
Sputnik भारत
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर चले जाने के बाद पूरे देश में व्यापक लूटपाट और दंगों में बदल गया है।
2024-08-08T17:56+0530
2024-08-08T17:56+0530
2024-08-08T17:56+0530
विश्व
भारत
भारत का विकास
बांग्लादेश
ढाका
हसीना शेख
मुस्लिम
हिन्दू मंदिर
हिन्दू देवी-देवता
हिन्दू
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/08/08/7984816_0:160:3072:1888_1920x0_80_0_0_d3eaa007af59dfe01d0d7afa78286d60.jpg
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर चले जाने के बाद पूरे देश में व्यापक लूटपाट और दंगों में बदल गया है।देश भर में जगह जगह सरकार गिराए जाने की खुशी मनाए जाने के साथ-साथ कुछ समूहों ने हिन्दू मंदिरों में तोड़ फोड़ और आगजनी की। हालांकि बांग्लादेश में रहने वाले कुछ मुस्लिम संगठनों ने हिंदुओं की रक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें और उनके प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान की, लेकिन प्रधानमंत्री हसीना के भारत जाने के बाद से लेकर आज तक हिंदुओं के साथ-साथ अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा जारी है।बांग्लादेश के स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देशभर में हिंदुओं के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर भीड़ ने हमला कर कीमती सामान लूट लिया जिसके बाद जमात-ए-इस्लामी ने हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की बात स्वीकार की है। वहीं बांग्लादेश के खुलना डिवीजन स्थित मेहरपुर के एक इस्कॉन मंदिर और एक काली मंदिर में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई।गुरुवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से इस्तीफा और मंत्रिमंडल को भंग किए जाने के तीन दिन बाद शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार अंतरिम सरकार में 15 सदस्य सम्मिलित हो सकते हैं।हाल के दिनों में बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक हालातों के दौरान हिन्दुओं पर हो रहे हमलों को लेकर Sputnik India ने बांग्लादेश में कूटनीति और मानवाधिकारों को कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार तस्नीम मोहसिन मिशु से इस समय हिंदुओं के ताजा हालातों के बारे में जानने की कोशिश की। तस्नीम मोहसिन से जब पूछा गया कि बांग्लादेश में हिंदू कैसे आसान लक्ष्य बन गए हैं तब उन्होंने बताया कि बांग्लादेश के कुछ क्षेत्रों में अवामी लीग सरकार के पतन के बाद न केवल हिंदुओं, बल्कि अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों को भी हमलों का सामना करना पड़ा है। इन हमलों के परिणामस्वरूप मंदिरों, घरों और व्यवसायों को नष्ट कर दिया गया और जला दिया गया। वरिष्ठ पत्रकार मोहसिन ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की शपथ के बाद देश में स्थिति सामान्य होने पर बताया कि आज रात शपथ होने के बाद बांग्लादेश वापस पहले जैसा हो जाएगा, और जल्द ही देश में शांति बहाल होने की आशा की जा सकती है।तस्नीम मोहसिन मिशु आगे कहते हैं कि ऐसे हालातों में हमेशा कुछ ऐसे समूह होंगे जो अवसर मिलने पर अपने फायदे के लिए स्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। जब तक वे स्पष्ट रूप से अपने उद्देश्यों का खुलासा नहीं करते, तब तक उनके उद्देश्यों का सटीक वर्णन करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
https://hindi.sputniknews.in/20240808/bhaarit-ke-srivochch-sainy-adhikaariii-ne-baanglaadesh-men-ashaanti-auri-asthiritaa-pri-jtaaii-chintaa-7982397.html
भारत
बांग्लादेश
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
2024
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
खबरें
hi_IN
Sputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e8/08/08/7984816_171:0:2902:2048_1920x0_80_0_0_c8f9ea595441a1c110ebe444d079d7c0.jpgSputnik भारत
feedback.hindi@sputniknews.com
+74956456601
MIA „Rossiya Segodnya“
धीरेंद्र प्रताप सिंह
https://cdn1.img.sputniknews.in/img/07e6/0c/13/135790_0:0:719:720_100x100_80_0_0_8e4e253a545aa4453ae659b236312d73.jpg
बांग्लादेश में सरकारी नौकरी, कोटा प्रणाली, विरोध प्रदर्शन, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, बांग्लादेश में व्यापक लूटपाट और दंगे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री, शेख हसीना के पद से इस्तीफा, तीन दिन बाद शपथ ग्रहण समारोह, बांग्लादेश में कूटनीति और मानवाधिकार, वरिष्ठ पत्रकार तस्नीम मोहसिन मिशु, हिंदुओं के ताजा हालात, बांग्लादेश में हिंदू, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस, बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज़-ज़मान, government jobs in bangladesh, quota system, protests, former prime minister sheikh hasina, widespread looting and riots in bangladesh, bangladesh prime minister, sheikh hasina resigns from the post, swearing-in ceremony after three days, diplomacy and human rights in bangladesh, senior journalist tasneem mohsin mishu, latest situation of hindus, hindus in bangladesh, nobel laureate mohammad yunus, bangladesh army chief general waqar-uz-zaman
बांग्लादेश में सरकारी नौकरी, कोटा प्रणाली, विरोध प्रदर्शन, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, बांग्लादेश में व्यापक लूटपाट और दंगे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री, शेख हसीना के पद से इस्तीफा, तीन दिन बाद शपथ ग्रहण समारोह, बांग्लादेश में कूटनीति और मानवाधिकार, वरिष्ठ पत्रकार तस्नीम मोहसिन मिशु, हिंदुओं के ताजा हालात, बांग्लादेश में हिंदू, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस, बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज़-ज़मान, government jobs in bangladesh, quota system, protests, former prime minister sheikh hasina, widespread looting and riots in bangladesh, bangladesh prime minister, sheikh hasina resigns from the post, swearing-in ceremony after three days, diplomacy and human rights in bangladesh, senior journalist tasneem mohsin mishu, latest situation of hindus, hindus in bangladesh, nobel laureate mohammad yunus, bangladesh army chief general waqar-uz-zaman
नई सरकार बनने के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी: बांग्लादेशी पत्रकार हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर
नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सदस्य आज रात शपथ लेंगे। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज़-ज़मान ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह लगभग 400 गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में रात 8:00 बजे आयोजित होगा।
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर चले जाने के बाद पूरे देश में व्यापक लूटपाट और दंगों में बदल गया है।
देश भर में जगह जगह सरकार गिराए जाने की खुशी मनाए जाने के साथ-साथ कुछ समूहों ने हिन्दू मंदिरों में तोड़ फोड़ और आगजनी की। हालांकि बांग्लादेश में रहने वाले कुछ
मुस्लिम संगठनों ने हिंदुओं की रक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें और उनके प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान की, लेकिन प्रधानमंत्री हसीना के भारत जाने के बाद से लेकर आज तक हिंदुओं के साथ-साथ अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा जारी है।
बांग्लादेश के स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देशभर में हिंदुओं के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर भीड़ ने हमला कर कीमती सामान लूट लिया जिसके बाद
जमात-ए-इस्लामी ने हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की बात स्वीकार की है। वहीं बांग्लादेश के खुलना डिवीजन स्थित मेहरपुर के एक इस्कॉन मंदिर और एक काली मंदिर में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई।
इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने एक्स में पोस्ट करते हुए कहा, "मेहरपुर में हमारे एक इस्कॉन केंद्र (किराए पर) को जला दिया गया, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की मूर्तियाँ भी स्थापित थीं। केंद्र में रहने वाले तीन भक्त किसी तरह भागने में सफल रहे।"
गुरुवार को बांग्लादेश की
प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से इस्तीफा और मंत्रिमंडल को भंग किए जाने के तीन दिन बाद शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार अंतरिम सरकार में 15 सदस्य सम्मिलित हो सकते हैं।
हाल के दिनों में बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक हालातों के दौरान हिन्दुओं पर हो रहे हमलों को लेकर Sputnik India ने बांग्लादेश में कूटनीति और मानवाधिकारों को कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार
तस्नीम मोहसिन मिशु से इस समय हिंदुओं के ताजा हालातों के बारे में जानने की कोशिश की।
तस्नीम मोहसिन से जब पूछा गया कि बांग्लादेश में हिंदू कैसे आसान लक्ष्य बन गए हैं तब उन्होंने बताया कि बांग्लादेश के कुछ क्षेत्रों में
अवामी लीग सरकार के पतन के बाद न केवल हिंदुओं, बल्कि अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों को भी हमलों का सामना करना पड़ा है। इन हमलों के परिणामस्वरूप मंदिरों, घरों और व्यवसायों को नष्ट कर दिया गया और जला दिया गया।
तस्नीम ने बताया, "देश में स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है क्योंकि स्थानीय समुदाय पीड़ितों की रक्षा और समर्थन के लिए आगे आ रहे हैं। अल्पसंख्यक समुदायों के अलावा, 5 अगस्त के बाद कुछ मुस्लिम परिवारों पर भी हमला किया गया। यह स्थिति बांग्लादेशियों के लिए बहुत चिंता का विषय है, जो अल्पसंख्यक समुदायों सहित अपने सभी साथी नागरिकों की रक्षा करने के लिए एक मजबूत दायित्व महसूस करते हैं।"
वरिष्ठ पत्रकार मोहसिन ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की शपथ के बाद देश में स्थिति सामान्य होने पर बताया कि आज रात शपथ होने के बाद
बांग्लादेश वापस पहले जैसा हो जाएगा, और जल्द ही देश में शांति बहाल होने की आशा की जा सकती है।
उन्होंने कहा, "नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सदस्यों द्वारा आज रात शपथ लेने के बाद, समग्र कानून और व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी। सत्ता के इस परिवर्तन से स्थिरता आने और शांति बहाल होने की उम्मीद है। नए नेतृत्व के आने के बाद मुझे पूरा भरोसा है कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगी और देश सुधार और प्रगति की राह पर आगे बढ़ेगा।"
तस्नीम मोहसिन मिशु आगे कहते हैं कि ऐसे हालातों में हमेशा कुछ ऐसे समूह होंगे जो अवसर मिलने पर अपने फायदे के लिए स्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। जब तक वे स्पष्ट रूप से अपने उद्देश्यों का खुलासा नहीं करते, तब तक उनके उद्देश्यों का सटीक वर्णन करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
उन्होंने कहा, "स्पष्ट इरादों के अभाव में हम उनके उद्देश्यों के बारे में केवल शिक्षित अनुमान ही लगा सकते हैं। इसे देखते हुए, बांग्लादेश के लिए इन अवसरवादी समूहों और उनके संभावित उद्देश्यों के बारे में सतर्क और सावधान रहना महत्वपूर्ण है। देश को अपने हितों की रक्षा के लिए सक्रिय कदम उठाने चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे समूह इसकी स्थिरता और प्रगति को कमजोर न करें।"