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भारत-रूस रक्षा वार्ता: रूस से कौन-कौन से 'गेम-चेंजर' हथियार मिल सकते हैं भारत को?

© Sputnik / Evgeny Biyatov / मीडियाबैंक पर जाएंAn S-400 air defense system during the joint Victory Parade drills of the combined parade unit, mechanized column and lineup of aircraft
An S-400 air defense system during the joint Victory Parade drills of the combined parade unit, mechanized column and lineup of aircraft - Sputnik भारत, 1920, 28.06.2025
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भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के किंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान रूसी रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव के साथ द्विपक्षीय बैठक में S-400 सिस्टम की आपूर्ति, Su-30 Mki अपग्रेड और समय-सीमा में महत्वपूर्ण सैन्य हार्डवेयर की खरीद पर चर्चा की।
भारत के रडार पर अगली पीढ़ी के कई ऐसे रूसी हथियार हैं जिन्होंने दुनियाभर में तहलका मचा रखा है। विशेषज्ञों के अनुसार भारतीय सशस्त्र सेना में इन हथियारों के शामिल होने से भारत का रक्षा क्षेत्र अधिक अत्याधुनिक हो जाएगा।
गुरुवार को भारत और रूस के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई वार्ता में कई हथियारों को भारत को देने और Su-3O जैसे लड़ाकू विमानों को अपग्रेड करने पर चर्चा की गई, लेकिन दोनों नेताओं की बातचीत के बाद ये सवाल उठना लाजिमी है कि रूस भारत को कौन से गेम-चेंजिंग हथियार दे सकता है?

Su-57

इन हथियारों के बारे में जानने के लिए Sputnik इंडिया ने भारतीय सेना से सेवानिवृत हुए मेजर (आर) माणिक एन जॉली से बात की, मेजर जॉली ने बताया कि भारतीय वायु सेना को Su-57 लड़ाकू विमानों के अधिग्रहण से बहुत लाभ होगा।

जॉली ने कहा, "Su-57 विमान न केवल उन्नत युद्धाभ्यास क्षमताओं के लिए बल्कि स्टेल्थ तकनीक में भी महारत रखते हैं। एक किफायती और डिलीवरी करने के लिए तैयार विमान होने के कारण, यह IAF के लिए अधिग्रहण और एकीकरण के लिए सबसे अच्छा मामला है।"

ओरेशनिक मिसाइल

यूक्रेन के विरुद्ध रूस द्वारा चलाए जा रहे विशेष सैन्य अभियान के दौरान रूस की ओरेशनिक मिसाइल ने संपूर्ण विश्व में धूम मचा कर रख दी है। ओरेशनिक एक रूसी ठोस-ईंधन मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है जिसकी रेंज 5,000 किमी तक है।
इसके वारहेड में छह स्वतंत्र रूप से लक्षित मैनुएवर वारहेड से लैस हैं, जिससे यह कई लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम हैं।

टीयू-160एम

टीयू-160एम एक रणनीतिक बमवर्षक है जो Kh -102 परमाणु और Kh-101 पारंपरिक क्रूज मिसाइलों को ले जाने में सक्षम है।
इसे परमाणु युद्ध के लिए डिज़ाइन किया गया, यह साइलो-आधारित मिसाइलों की तुलना में अधिक लचीलापन प्रदान करता है।

पोसिडॉन

पोसिडॉन एक मानव रहित, लंबी दूरी की परमाणु टारपीडो है जिसे उच्च-उपज वाले वारहेड के साथ तटीय लक्ष्यों पर हमला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे संभावित रूप से परमाणु सुनामी आ सकती है।
इसकी गति और गहरे समुद्र में यात्रा इसे रोकना लगभग असंभव बनाती है।

हाइपरसोनिक मिसाइल

रक्षा विशेषज्ञ जॉली आगे कहते हैं कि विमानों के अतिरिक्त, भारत को ब्रह्मोस II के विकास में 3M22 जिरकोन मिसाइल हाइपरसोनिक मिशन से बहुत लाभ हो सकता है।
जॉली ने कहा, "रैमजेट से स्क्रैमजेट प्रणोदन प्रणाली में अपग्रेड होने से ब्रह्मोस की गति और क्षमताएं बहुत बढ़ जाएंगी।"

एस-500 "प्रोमेथियस"

यह सिर्फ़ एस-400 का अपग्रेड नहीं बल्कि एक बिलकुल नया हथियार है।
इसे सब कुछ नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया यह स्टील्थ जेट, बैलिस्टिक मिसाइल, यहाँ तक कि कम-कक्षा वाले उपग्रहों को भी नष्ट कर सकता है।
इसकी रेंज 600 किलोमीटर तक है, और यह अंतरिक्ष के पास तक की ऊंचाई तक की उड़ान ऊंचाई प्राप्त करने में सक्षम है।
Russian S-400 anti-aircraft missile systems move toward Red Square to attend a Victory Day military parade in Moscow, Russia, Tuesday, May 9, 2023, marking the 78th anniversary of the end of World War II. - Sputnik भारत, 1920, 27.06.2025
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भारत, रूस के बीच S-400 की डिलीवरी में तेजी और Su-30 MkI के अपग्रेड पर चर्चा
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