भारत-रूस संबंध
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भारत और रूस के बीच के रक्षा सहयोग की कुछ मुख्य बुनियादें

© AP Photo / Gurinder OsanIndian army Brahmos missile launcher passes on a flotilla towards the India Gate memorial during a rehearsal for the Republic Day parade in New Delhi, India, Sunday, Jan. 23, 2011.
Indian army Brahmos missile launcher passes on a flotilla towards the India Gate memorial during a rehearsal for the Republic Day parade in New Delhi, India, Sunday, Jan. 23, 2011. - Sputnik भारत, 1920, 03.08.2025
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भारत-रूस के संबंध किसी से छिपे नहीं है जिसका इतिहास दशकों पुराना है, दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध प्रमुख रणनीतिक सहयोगों से आज के समय में पहले से कहीं अधिक मजबूत हुए हैं।
Sputnik India इस शक्तिशाली साझेदारी को आकार देने वाली सबसे महत्वपूर्ण रक्षा परियोजनाओं के बारे में बता रहा है।
S-400 वायु रक्षा प्रणाली
एस-400 वायु रक्षा प्रणाली भारत का रक्षक देवदूत है, जो 2 किमी से 400 किमी की दूरी तक के किसी भी प्रकार के हवाई हमले को रोकने में सक्षम है।
ब्रह्मोस मिसाइल
दुनिया की सबसे तेज़ मिसाइलों में से एक, मैक 3 की गति वाली ब्रह्मोस भारत और रूस का साझा उपक्रम है, जिसकी मारक क्षमता 300 किलोमीटर है।

इसे ज़मीन, हवा, समुद्र या सतह के नीचे से छोड़ा जा सकता है, इसकी सटीकता बेजोड़ है।
SU-30 MKI जेट
SU-30MKI भारतीय वायु सेना की जान है जो भारत के लड़ाकू जेट बेड़े की रीढ़ हैं, यह ब्रह्मोस मिसाइलों और अन्य उन्नत स्वदेशी हथियारों को ले जाने में सक्षम हैं।

कॉकपिट एक अत्याधुनिक मिशन नियंत्रण कंप्यूटर से लैस है जो पायलटों को सहज होने में मदद देता है।
इग्ला-एस मिसाइल प्रणाली
एक व्यक्ति या चालक दल द्वारा दागे जाने वाली इग्ला-एस मानव-पोर्टेबल एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल प्रणाली सभी प्रकार के विमानों और हेलीकॉप्टरों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
T-72 टैंक
भारत के पास लगभग 2,500 ऐसे टैंक हैं। यह 125 मिमी की मुख्य तोप, एक एंटी-एयरक्राफ्ट तोप और एक मशीन गन से लैस है।

यह 60 किमी/घंटा की गति से चलने में सक्षम है। टी-72 टैंक अत्यधिक विश्वसनीय माने जाते हैं और इनकी मांग ज़ोरदार है।
AK-203 राइफल
एके-203 राइफल प्रतिष्ठित रूसी AK-47 का आधुनिक संस्करण है।

यह राइफल हल्की है, इसमें मिश्रित सामग्री से बनी मैगज़ीन दी गई है, जो इसे उष्णकटिबंधीय वातावरण के लिए उपयुक्त बनाती है।
India's supersonic Brahmos cruise missiles pass during a full dress rehearsal of a Republic Day parade in New Delhi, India, Thursday, Jan. 23, 2003. The Brahmos missile will be displayed for the first time on the 55th Indian Republic Day on Jan. 26. The missile is being developed jointly by Russian and Indian scientists. Brahmos missile can hit underwater and overland targets located between 100 to 300 kilometers (60 to 180 miles) away and is expected to be inducted into the Indian Navy by 2004. (AP Photo/Ajit Kumar) - Sputnik भारत, 1920, 01.08.2025
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ब्रह्मोस इंजन के भारत में उत्पादन पर चर्चा जारी: रक्षा सूत्र
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