मनी लॉन्ड्रिंग से संबंध
"भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ का मुद्दा बहुत गंभीर बनता जा रहा है। इसका सबसे बड़ा शिकार स्कूल और कॉलेज जाने वाले बच्चे और युवा पीढ़ी है। ऑनलाइन सट्टेबाजी की बच्चों में लत सी पड़ गई है, जिसके कारण उनकी पढ़ाई पर बहुत असर पड़ा है। दूसरा दुष्प्रभाव बच्चों के व्यवहार में भी देखने को मिल रहा है जहाँ बच्चों का आचरण जिद्दी होना आ गया है। दूसरी तरफ युवा इसके शिकार बने, वह अपने कैरियर पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता। यह भी देखा गया है ऑनलाइन सट्टेबाजी में बहुत सारे साइबर फ्रॉड भी सामने आ रहे हैं। इन सब के लिए जागरूक होना जरूरी है। अभिभावकों को अपने बच्चों पर नजर रखनी जरूरी है," मेहता ने कहा।
भारत में ऑनलाइन जुए के लिए स्व-नियामक निकाय
"हर ऑनलाइन खेल में डिस्क्लेमर लगा होता है कि इस गेम को खेलने से आपको लत लग सकती है। इस जोखिम का जिम्मेदार आप खुद होंगे। इसके माध्यम से फ्रॉड भी हो रहे हैं। सरकार इसे रोकने की कोशिश कर रही है। ऑनलाइन गेम से होने वाले नुकसान के लिए जागरूकता बहुत कारगर हो सकती है," मेहता ने रेखांकित किया।