भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल के तवांग में दशहरा मनाने के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि भारत में रक्षा उत्पादों का 2014 से पहले बहुत कम निर्यात था लेकिन अब यह हजारों करोड़ हो चुका है।
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत, रक्षा में 'आत्मनिर्भरता' की दिशा में बड़ी प्रगति हुई है। 2014 में हमारा रक्षा निर्यात लगभग 1,000 करोड़ रुपये था लेकिन आज हम हजारों करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण निर्यात कर रहे हैं,” राजनाथ सिंह ने कहा।
रक्षा मंत्री ने तवांग में सैनिकों के साथ शस्त्र पूजा कर दोहराया कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। आगे उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज देश में कई प्रमुख हथियारों और प्लेटफार्मों का निर्माण किया जा रहा है।
"पहले हम अपनी सेना को अपग्रेड करने के लिए आयात पर निर्भर करते थे। लेकिन आज, विदेशी कंपनियों को अपनी तकनीक साझा करने और घरेलू उद्योग के साथ भारत में उपकरण का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है,” सिंह ने कहा।
रक्षा मंत्री का यह दौरा उस वक्त बहुत अहम माना जा रहा है जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद अभी भी जारी है। सिंह ने अरुणाचल के तवांग में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के करीब स्थित युद्ध स्मारक पर 1962 में चीन से युद्ध के दौरान शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के साथ साथ प्रदेश में अग्रिम चौकियों का दौरा भी किया।
दशहरा के मौके पर पीएम मोदी ने दी बधाई
दशहरा के मौके पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह पवित्र त्योहार नकारात्मक शक्तियों को खत्म करने का संदेश लाता है।
“देश भर में मेरे परिवार के सदस्यों को विजयादशमी की शुभकामनाएं। यह पवित्र त्योहार नकारात्मक शक्तियों को खत्म करने के साथ-साथ जीवन में अच्छाई अपनाने का संदेश भी लेकर आता है। आप सभी को विजयादशमी की शुभकामनाएं!" पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा।
इसके साथ दशहरा पर भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं ने देशवासियों को अपनी शुभकामनाएं दीं।