चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद भारत में अंतरिक्ष उद्योग से संबंधित कंपनियों में काफी वृद्धि देखने को मिली है। इससे पहले अंतरिक्ष उद्योग के दूसरे स्टार्ट अप अग्निकुल कॉसमॉस ने भी लगभग 27 मिलियन जुटाए थे।
भारत में स्काईरूट 2022 में पहले ही एक निजी रॉकेट लॉन्च कर चुका है और कंपनी का प्लान अगले साल दूसरा वाणिज्यिक रॉकेट, विक्रम-I लॉन्च करने का है।
"जैसा कि हम अगले साल की शुरुआत में अपने दूसरे मिशन के लॉन्च की तैयारी कर रहे हैं, यह नई फंडिंग हमें अगले दो वर्षों में नियोजित हमारे आगामी लॉन्च में तेजी लाने में सक्षम बनाएगी," स्काईरूट के सह-संस्थापक पवन कुमार चंदना ने मीडिया से कहा।
भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ISRO के सफल अंतरिक्ष मिशनों के बाद देश में स्थित निजी कंपनियों को काफी फायदा हुआ है।
अग्निकुल कॉसमॉस नाम के अंतरिक्ष स्टार्टअप ने हाल ही में अपना पहला रॉकेट लॉन्च करने से पहले 26.7 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, अब तक यह कंपनी 40 मिलियन डॉलर की राशि जुटा चुकी है। वहीं स्काई रूट ने अब तक 95 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।