मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पकड़े गए लोगों में संगठन का नेता मिनाज़ उर्फ मोहम्मद सुलेमान भी था, सभी पकड़े गए आतंकवादी ब्लास्ट करने की योजना बना रहे थे।
NIA ने एक बयान जारी कर कहा कि छापेमारी के दौरान उन्होंने सल्फर, पोटेशियम नाइट्रेट, चारकोल, बारूद, चीनी और इथेनॉल जैसे विस्फोटक कच्चे माल, तेज धार वाले हथियार, बेहिसाब नकदी और आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ-साथ स्मार्टफोन और अन्य डिजिटल डिवाइस भी बरामद किए हैं।
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने समूह के कई सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद तलाशी शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि कई संदिग्ध सदस्यों से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की गई।
NIA की टीमों ने नई दिल्ली, महाराष्ट्र में अमरावती, मुंबई और पुणे; झारखंड में जमशेदपुर और बोकारो सहित कर्नाटक के बल्लारी और बेंगलुरु में फैले 19 स्थानों पर छापे मारे। छापे के दौरान गिरफ्तार किए गए आठ ISIS एजेंट प्रतिबंधित संगठन ISIS के आतंक और आतंक से संबंधित कृत्यों और गतिविधियों को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने में शामिल थे।
जांच एजेंसी ने कहा कि वे मिनाज़ के नेतृत्व में काम कर रहे थे। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बल्लारी के मिनाज और सैयद समीर, मुंबई से अनस इकबाल शेख,बेंगलुरु से मोहम्मद मुनीरुद्दीन, सैयद समीउल्लाह उर्फ सामी और मोहम्मद मुजम्मिल, दिल्ली से शायान रहमान उर्फ हुसैन जमशेदपुर से मोहम्मद शाहबाज उर्फ जुल्फिकार उर्फ गुड्डु के रूप में की गई है।
यह छापेमारी लश्कर-ए-तैयबा* (LeT) के आतंकवादी द्वारा कैदियों को कट्टरपंथी बनाने से संबंधित मामले में एनआईए द्वारा बेंगलुरु, कर्नाटक में कई स्थानों पर छापेमारी के कुछ दिनों बाद हुई।