स्थानीय मीडिया के रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने ताकतवर क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के लिए देश में बने ईंधन का परीक्षण करना शुरू कर दिया है।
भारत में उत्तर प्रदेश के कानपुर में रक्षा सामग्री भंडार और अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (DMSRDE) ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लिए स्वदेशी ईंधन के नमूनों को परीक्षण के लिए भेज दिया है ।
भारतीय वायुसेना ने अक्टूबर 2023 में सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल के अपने संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस एक भारत-रूस संयुक्त उद्यम है जो सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करता है जिन्हें पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या जमीनी प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है। कंपनी की स्थापना 1998 में हुई थी और इसका नाम ब्रह्मपुत्र और मॉस्को नदियों के नाम पर रखा गया है।
भारत में उत्तर प्रदेश के कानपुर में रक्षा सामग्री भंडार और अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (DMSRDE) ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लिए स्वदेशी ईंधन के नमूनों को परीक्षण के लिए भेज दिया है ।
भारतीय वायुसेना ने अक्टूबर 2023 में सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल के अपने संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस एक भारत-रूस संयुक्त उद्यम है जो सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करता है जिन्हें पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या जमीनी प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है। कंपनी की स्थापना 1998 में हुई थी और इसका नाम ब्रह्मपुत्र और मॉस्को नदियों के नाम पर रखा गया है।