भारतीय नौसेना प्रमुख ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में बड़ी संख्या में भारतीय जहाज तैनात हैं जबकि तीन से चार जहाज सोमालिया से बाहर हैं।
"भारतीय नौसेना संकट में फंसे भारतीयों और अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए उत्तरी अरब सागर और लाल सागर में ड्रोन विरोधी अभियान भी चला रही है। हम हिंद महासागर क्षेत्र में सबसे बड़ी नौसेना शक्ति हैं और हम किसी को भी इस क्षेत्र में सुरक्षा, स्थिरता और संरक्षा को बाधित करने की अनुमति नहीं देंगे," नौसेना प्रमुख ने कहा।
इसके अलावा उन्होंने रेखांकित किया कि भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती से निपटने के लिए मित्र देशों की नौसेनाओं के साथ मिलकर काम करती है।
भारतीय नौसेना द्वारा कुछ पाकिस्तानी दलों को समुद्री डकैती के प्रयास से बचाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "समुद्र में जो भी संकट में है, हम उसकी मदद करेंगे। इसलिए, हमें कोई झिझक नहीं है और हमने उन्हें समुद्री डाकुओं से बचाया है। उन्हें समुद्री लुटेरों ने बंधक बना लिया था, हमारे कमांडर ने तुरंत कार्यवाही की और उन्हें रिहा कराया।"
बता दें कि भारतीय युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने पिछले महीने सोमालिया के पूर्वी तट पर ईरानी ध्वज वाले जहाज पर समुद्री डाकुओं द्वारा हमला किए जाने के बाद जहाज के चालक दल के 19 पाकिस्तानी सदस्यों को बचाया था।