मक्सुतोवा ने कहा, "2024 के अंत तक रूस की योजना 2023 की तुलना में भारत से कम से कम दोगुने पर्यटकों यानी लगभग 70 हज़ार लोग को आकर्षित करने की है। यह आंकड़ा अभी भी कोविड-19 से पहले के आंकड़ों (90.9 हज़ार) से कम है। 2024 की पहली छमाही में भारत से पर्यटकों का प्रवाह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में दोगुने से भी अधिक हो गया है। यदि इस गतिशीलता को बनाए रखा जा सकता है, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि आपसी पर्यटक प्रवाह ढाई लाख यात्राओं को पार कर जाएगा, और 2025 तक यह तीन लाख से अधिक हो जाएगा।"
मक्सुतोवा ने बताया, "पर्यटकों के आवागमन में और अधिक वृद्धि होने के कई कारण हैं। दोनों देशों के नेताओं के स्तर पर होने वाले समझौतों से इसे बढ़ावा मिलेगा। जुलाई के आरंभ में हुई वार्ता में रूस और भारत ने XXII रूसी-भारतीय वार्षिक शिखर सम्मेलन "रूस-भारत: मजबूत और विस्तारित साझेदारी" के परिणामों के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ाने पर चर्चा की।"