भारत-रूस संबंध
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रूस को 2024 में भारत से कम से कम दोगुने पर्यटकों के आने की उम्मीद

सामरिक अनुसंधान केंद्र के अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन विकास केंद्र की निदेशक यूलिया मक्सुतोवा ने Sputnik को बताया कि 2024 के अंत तक रूस की योजना भारत से कम से कम दोगुने पर्यटकों यानी लगभग 70 हजार लोग को अपने यहां लाने की है।
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रूस की सरकारी एजेंसी रोसस्टेट के अनुसार 2023 में भारत से लगभग 32.3 हज़ार पर्यटक रूस आए तथा करीब 92 हज़ार रूसी पर्यटक भारत आए। साथ ही, पिछले साल का आपसी पर्यटक प्रवाह 2021 और 2022 के कुल आंकड़ों के लगभग बराबर है।

मक्सुतोवा ने कहा, "2024 के अंत तक रूस की योजना 2023 की तुलना में भारत से कम से कम दोगुने पर्यटकों यानी लगभग 70 हज़ार लोग को आकर्षित करने की है। यह आंकड़ा अभी भी कोविड-19 से पहले के आंकड़ों (90.9 हज़ार) से कम है। 2024 की पहली छमाही में भारत से पर्यटकों का प्रवाह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में दोगुने से भी अधिक हो गया है। यदि इस गतिशीलता को बनाए रखा जा सकता है, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि आपसी पर्यटक प्रवाह ढाई लाख यात्राओं को पार कर जाएगा, और 2025 तक यह तीन लाख से अधिक हो जाएगा।"

उनके अनुसार, इस वर्ष रूस में भारतीयों के लिए मुख्य यात्रा मार्ग मास्को, गोल्डन रिंग के शहर, सेंट पीटर्सबर्ग, निज़नी नोवगोरोड, तेवर और येकातेरिनबर्ग हैं। भारतीय यात्री खरीदारी, शहरी, सांस्कृतिक और "विवाह" पर्यटन में रुचि रखते हैं। ज़्यादातर भारतीय पर्यटक परिवार या जोड़े होते हैं, लेकिन "नए अनुभवों की तलाश" करने वाले युवा पर्यटकों की संख्या में भी आनुपातिक वृद्धि हुई है।

मक्सुतोवा ने बताया, "पर्यटकों के आवागमन में और अधिक वृद्धि होने के कई कारण हैं। दोनों देशों के नेताओं के स्तर पर होने वाले समझौतों से इसे बढ़ावा मिलेगा। जुलाई के आरंभ में हुई वार्ता में रूस और भारत ने XXII रूसी-भारतीय वार्षिक शिखर सम्मेलन "रूस-भारत: मजबूत और विस्तारित साझेदारी" के परिणामों के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ाने पर चर्चा की।"

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