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भूमि, समुद्र और वायु में अद्वितीय बहुमुखी ब्रह्मोस मिसाइल का कोई जोड़ नहीं

रूस 12 से 14 अगस्त तक मास्को क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सैन्य-तकनीकी फोरम आर्मी-2024 की मेजबानी कर रहा है।
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ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल को छोटे पोत से लेकर सुखोई-30 जेट विमानों पर भी स्थापित किया जा सकता है, इसमें वर्तमान मॉडल और आगामी ब्रह्मोस-एनजी संस्करण दोनों को प्रदर्शित किया जाएगा।
"हमारा मुख्य प्रोजेक्ट और मुख्य उत्पाद सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल है, जो एक सार्वभौमिक मिसाइल है", मास्को क्षेत्र में आर्मी-2024 फोरम में ब्रह्मोस एयरोस्पेस के महाप्रबंधक (विपणन संवर्धन एवं निर्यात) प्रवीण पाठक ने कहा।

"हम यहाँ जो दिखा रहे हैं वह यह है कि इसे 500 टन पानी विस्थापन वाली मिसाइल बोट जैसे छोटे प्लेटफ़ॉर्म से लेकर विध्वंसक फ्रिगेट, कोरवेट, और साथ ही ज़मीन पर हमला करने वाले, ज़मीन से ज़मीन पर चलने वाले संस्करण, ज़मीन से समुद्र पर चलने वाले संस्करण, जैसे कि मोबाइल ऑटोनॉमस लॉन्चर में लगाया जा सकता है। और, हम सुखोई-30 पर लगे ब्रह्मोस को भी प्रदर्शित कर रहे हैं," पाठक ने कहा।

आगे उन्होंने जोड़ा कि "हम वहाँ दो संस्करण दिखा रहे हैं, वर्तमान ब्रह्मोस संस्करण, [...] दो छोटी ब्रह्मोस मिसाइलें जो कि नवीनतम विकास हैं, ब्रह्मोस-एनजी देख रहे हैं। तो एक सुखोई में हमारे पास एक बड़ी ब्रह्मोस और दो छोटी ब्रह्मोस हो सकती हैं।"

"इसके विपरीत, हम एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर पाँच छोटी ब्रह्मोस एनजी मिसाइलें रख सकते हैं। इसलिए हम यही दिखा रहे हैं। वर्तमान में उपलब्ध मिसाइल और वे मिसाइलें जो दो से तीन साल बाद उपलब्ध होंगी," उन्होंने रेखांकित किया।

बता दें कि भारत ने इसी वर्ष फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप की आपूर्ति की थी। जनवरी 2022 में ब्रह्मोस ने मिसाइल प्रणाली की तीन रेजिमेंटों की आपूर्ति के लिए फिलीपींस के रक्षा विभाग के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे।
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ब्रह्मोस 2024 के अंत तक क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति के लिए 2 निर्यात अनुबंधों पर हस्ताक्षर करेगा
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