नवंबर 2018 में रूस और भारत ने प्रोजेक्ट 11356 में चार फ्रिगेट की आपूर्ति के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत दो फ्रिगेट रूस में यंतर शिपयार्ड में बनाए जाएंगे तथा दो अन्य फ्रिगेट का निर्माण रूस से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के द्वारा गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में बनाए जाएंगे।
Sputnik को कंपनी सूत्र ने बताया, "सभी चार फ्रिगेट ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस होंगे।"
गौरतलब है कि रूस से दो जहाजों में से पहले तुशील की आपूर्ति इस वर्ष सितंबर में होनी है और दूसरा युद्धपोत, तमाला की आपूर्ति फरवरी 2025 तक होने की संभावना है। इस श्रेणी के दो और फ्रिगेट भारत के गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में बनाए जा रहे हैं। गोवा शिपयार्ड में निर्मित पहला युद्धपोत ‘त्रिपुट’ 2026 में भारतीय नौसेना को दिया जाएगा, जबकि दूसरा उसके छह महीने बाद मिल जाएगा।
बता दें कि रूस के सहयोग से गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) में निर्मित तेग क्लास फ्रिगेट त्रिपुट का समुद्र के परीक्षणों के लिए पिछले सप्ताह जलावरतरण कर दिया गया।